BY-THE FIRE TEAM
प्राप्त सूचना मिलने के अनुसार बुलंदशहर हिंसा के मुख्य आरोपी योगेश राज की तस्वीर बजरंग दल के पोस्टर्स में नजर आ रही है, जिनमें मकर संक्रांति और गणतंत्र दिवस की बधाई दी जा रही है.
गौरतलब है कि पिछले साल दिसंबर महीने में यूपी के बुलंदशहर में हुई हिंसा में एक इंस्पेक्टर सहित दो की मौत हो गई थी. पुलिस ने योगेश राज
को हिंसा का मुख्य आरोपी बनाकर उसे 3 जनवरी को गिरफ्तार किया था. हिंसा के बाद से वह करीब एक महीने से फरार चल रहा था.
पुलिस का कहना था कि जिले के एक गांव में जानवर के कंकाल मिलने के बाद उसने ही गोकशी की शिकायत दर्ज करवाई थी और उसने ही भीड़ को उकसाया था,
जिसने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया था. ये पोस्टर बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद की तरफ से लगाए गए हैं, जिनमें योगेश राज लोगों को मकर संक्रांति
और गणतंत्र दिवस की बधाई दे रहा है. योगेश राज की गिरफ्तारी के बाद बजरंग दल ने कहा था कि उनका नेता बेगुनाह है.
योगेश राज हिंसा के बाद एक महीने तक फरार रहा, हालांकि, इस दौरान उसने वीडियो भी जारी किए, जिसमें उसने खुद को बेगुनाह बताया था.
वीडियो सामने आने के बाद प्रदेश की पुलिस पर उसको लेकर सॉफ्ट नजरिया रखने का आरोप लगा था. इतना ही नहीं, बल्कि सीएम योगी आदित्यनाथ
का भी सुरक्षा समीक्षा बैठक में हिंसा की घटना पर कम ध्यान देते हुए गोकशी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने पर जोर रहा.पुलिस के मुताबिक योगेश राज की गोकशी की शिकायत में फर्जी नाम भी थे.
हिंसा तब भड़की थी, जब योगेश राज और पुलिस में बहस हुई. भीड़ ने वहां स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश में लगी पुलिस पर हमला कर दिया.
इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह को भीड़ ने घेर लिया और खेत में गोली मारकर उनका मर्डर कर दिया गया. बता दें, यूपी पुलिस ने 10 जनवरी को बुलंदशहर हिंसा मामले के एक मुख्य आरोपी शिखर अग्रवाल को गिरफ्तार किया था.
बताया जा रहा है कि शिखर अग्रवाल बीजेपी यूथ विंग से जुड़ा है और वह घटना के बाद से ही फरार चल रहा था. बुलंदशहर मामले में शिखर की गिरफ्तारी यूपी के हापुड़ से हुई थी.
शिखर पर हिंसा भड़काने का आरोप है. शिखर अग्रवाल को बीजेपी युवा मोर्चा का स्याना नगर अध्यक्ष बताया जा रहा है. इतना ही नहीं, स्याना- चिंगरावठी बवाल में वह पहले नामजद आरोपी है.