मुजफ्फरनगर: सीने में दर्द की शिकायत लेकर चिकित्सक के पास पहुंचे एक व्यक्ति के गुर्दे में पथरी बताकर चिकित्सक ने आपरेशन कर दिया और उसका गुर्दा ही निकाल लिया, जिससे मरीज की हालत बिगड़ गई.
परिजनों के हंगामा करने पर पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी चिकित्सक को हिरासत में ले लिया तथा गम्भीर अवस्था में मरीज को एक अन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है. पुलिस ने हास्पिटल को भी सीज कर दिया
जानकारी के अनुसार कस्बा मीरांपुर के मौहल्ला मुशतर्क निवासी सुक्का कुरेशी पुत्र इकबाल कुरेशी को पिछले कई दिनों से सीने में दर्द की शिकायत हो रही थी. उसने मीरांपुर के कई छोटे-मोटे चिकित्सकों से दवाई भी खाई, लेकिन कुछ खास असर नहीं हो सका.
दिक्कत बढने के कारण आज सुक्का अपनी पत्नी व पुत्र के साथ नई मंडी क्षेत्र में स्थित गर्ग हास्टिल में पहुंचे, जहां चिकित्सक डा. विभोर गर्ग ने सुक्का की जांच पडताल की और छाती का एक्सरे आदि कराने के बाद बताया कि गुर्दे में पथरी फंसी हुई है और इसी कारण दर्द है.
परिजनों ने उपचार कराने के लिये कहा तो चिकित्सक ने बताया कि दवाई से काम नहीं चलेगा और ऑपरेशन ही करना पडेगा. सुक्का कुरेशी के पुत्र ने चिकित्सक से ऑपरेशन की बात तय कर ली और अग्रिम धनराशि भी जमा करा दी.
बताया जा रहा है कि चिकित्सक ने उन्हें कहा था कि मात्र तीस मिनट में दूरबीन विधि द्वारा बेहद आसानी से गुर्दे की पथरी का आपरेशन कर पथरी निकाल दी जायेगी. लगभग चार बजे सुक्का कुरेशी को ऑपरेशन थियेटर में ले जाया गया और तीन घंटे तक उसका आपरेशन चलता रहा.
मरीज की पत्नी, पुत्र लगातार परेशान होते रहे और स्टाफ से ऑपरेशन के बारे में जानकारी करते रहे, इस पर स्टाफ उन्हें टरकाता रहा और कुछ ही देर में चिकित्सक से पूछकर बताने की बात कहता रहा. ऑपरेशन होते हुए जब तीन घंटे से ज्यादा का समय बीत गया तो सुक्का का पुत्र उत्तेजित हो गया और ऑपरेशन थियेटर में घुस गया.
उसने देखा कि बैड पर उसके पिता की हालत बिगडी हुई है और चिकित्सक व स्टाफ गुर्दे को बर्फ के टुकडों के बीच रखकर पैक कर रहे हैं. सुक्का के पुत्र ने जब चिकित्सक से ऑपरेशन में इतना समय लगने और गुर्दा निकालने के बारे में पूछा तो चिकित्सक ने
अपनी जान बचाने के लिए बताया कि गुर्दा डैमेज हो गया था और मरीज की जान को भी खतरा बन गया था, इसी कारण गुर्दा ही निकालना पडा. इसी बात को लेकर वहां हंगामा खडा हो गया, मरीज की पत्नी व पुत्र ने शोर मचा दिया, जिस पर वहां भगदड़ सी मच गई.
मरीज के पुत्र ने आरोप लगाया कि गुर्दे में फंसी पथरी निकालने के बहाने पूरा गुर्दा निकाल लिया गया और उसे बेचने की तैयारी की जा रही थी. मरीज के पुत्र ने यह भी आरोप लगाया कि उक्त चिकित्सक गुर्दा निकालकर बेचने वाले गैंग से जुडा हुआ है.
हंगामा होने की सूचना मिलने पर सीओ नई मंडी योगेन्द्र सिंह, कोतवाल हरशरण शर्मा भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और हंगामा कर रहे मरीज के परिजनों को बामुश्किल शांत किया. पुलिस ने चिकित्सक को हिरासत में ले लिया और नर्सिंग होम पर ताला लगा दिया.
मरीज सुक्का की हालत खराब होते देख पुलिस के सहयोग से उसे किसी दूसरे अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराया गया. इस दौरान वहां घंटों तक हंगामा व अफरा-तफरी का माहौल बना रहा. वहां भर्ती दूसरे मरीजों को भी उनके परिजन वहां से अन्यंत्र स्थान पर ले गये.