धर्म चक्र प्रवर्तन दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सम्बोधित करते हुए कहा है कि-“दुनिया आज के समय में असाधारण चुनौतियों से जूझ रही है तथा इसका समाधान बुद्ध द्वारा दी गई शिक्षाएं कारगर उपाय सिद्ध हो सकती हैं.”
आपको यहाँ बता दें कि आषाढ़ पूर्णिमा का बौद्ध मतावलम्बियों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिवस होता है क्योंकि इसी दिन गौतम बुद्ध को वास्तविक ज्ञान प्राप्त हुआ था और इसी दिन
को उन्होंने सारनाथ आज के वाराणसी में अपने पांच शिष्यों सहित सार्वजनिक तौर पर लोगों को दीक्षा देने का कार्य किया था. अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि-
“बुद्ध ने अतीत में जिन सिद्धांतों को गढ़ा था वे उस समय तो प्रासंगिक थे ही आज भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं और आने वाले भविष्य में भी अपना महत्व बनाये रखेंगे.”
#WATCH | International Buddhist Confederation organised Asadha Purnima celebrations on Saturday. President Ram Nath Kovind inaugurated the event. The event was organised at Rashtrapati Bhavan in New Delhi. pic.twitter.com/Hf3U37B2hU
— Hindustan Times (@htTweets) July 4, 2020
देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का सम्बोधन भी इस गुरुपूर्णिमा के अवसर पर हुआ जिसमें इन्होंने दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत किया यह दीप ज्ञान के प्रतीक के रूप में स्वीकार किया जाता है.
जिस प्रकार दीपक के जलने से अँधेरा छँटकर चहुँ ओर प्रकाश फ़ैल जाता है वैसे ही ज्ञान होने पर हर तरफ शांति और स्थाईत्व स्थापित होता है.