उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के के निर्देश पर 5 लोगों का प्रतिनिधिमंडल तैयार किया गया जो कि जिला अध्यक्ष निर्मला पासवान के नेतृत्व में बीते दिनों गोला ब्लॉक के पोखरी गांव में हुए जाति संघर्ष की देखरेख करने पहुंचा, जिसमें वहां जाने पर यह पता चला कि बीते दिनों काली मंदिर की पूजा में रजनीकांत एवं श्रीकांत नामक व्यक्ति के कुछ लोगों द्वारा मामूली बात को लेकर झगड़ा हुआ.
धीरे-धीरे बात तूल पकड़ने लगी और दूसरे दिन सुबह लगभग 10:00 बजे 70-80 की संख्या में लोग गांव के हरिजन बस्ती पर टूट पड़े जिसमें दर्जनों लोगों को लाठी व डंडों से पीट कर अधमरा कर दिया. इस विवाद में गांव की महिलाएं, बुजुर्ग एवं बच्चों को गंभीर चोटें आई हैं.
इतना ही नहीं गर्भवती महिलाओं को भी पीटा गया तथा कई मोटरसाइकिल को क्षतिग्रस्त कर करते हुए जानवरों को भी लाठी और डंडों से पीटकर बेसुध कर दिया गया. इस घटना को लेकर क्षेत्र में आक्रोश है और इस गांव में लोग दहशत में हैं, पिछले 3 दिनों से सो नहीं पा रहे हैं, डर का माहौल बना हुआ है.
इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है और न ही स्थानीय स्तर पर पुलिस प्रशासन द्वारा पीड़ितों को कोई सुरक्षा उपलब्ध कराई गई है. दबंग लोगों द्वारा दिन-रात गांव में राइफल एवं असलाहा से लैस होकर गांव में प्रदर्शन भी किया जा रहा है.
ग्रामीणों में इस बात का भी भय व्याप्त है कि कहीं आगे और बड़ी अनहोनी ना हो जाए. इस वारदात को देखते हुए कांग्रेस की जिला अध्यक्ष निर्मला पासवान ने मौके पर दौरा करते हुए इंस्पेक्टर से दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने की मांग किया.
इस संबंध में पुलिस प्रशासन से उम्मीद की गई है कि ग्रामीणों को तत्काल सुरक्षा मुहैया कराया जाए और दबंगों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्यवाही की जाए. कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधिमंडल टीम में शामिल तौकीर आलम, संजय चौबे, साहिल विक्रम तिवारी एवं डॉ राजेश यादव थे.