देश में बढ़ते हुए पेट्रोल, डीजल के दामों को लेकर आज गोरखपुर में कांग्रेस पार्टी द्वारा अनोखा प्रदर्शन किया गया जिसमें मोटरसाइकिल को रिक्शे पर रखकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई और पेट्रोल और डीजल के बढ़े हुए दाम को वापस लेने के लिए मांग किया गया.
प्रदर्शन के दौरान जिला अध्यक्ष निर्मला पासवान ने कहा कि-केंद्र सरकार द्वारा बढ़ाए गए पेट्रोल डीजल के दामों से मध्यम वर्गीय परिवार की जेब पर असर गया है.
जीएसटी, नोटबंदी और कोरोनावायरस जैसी महामारी के कारण लॉक डाउन से व्यापारी और आमजन अभी परेशान ही थे कि सरकार द्वारा इस तरह से लगातार 17 वें दिन पेट्रोल, डीजल के मूल्य वृद्धि ने आम जनमानस की कमर तोड़ दी है.
अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कच्चे तेल के दामों में कटौती हो रही है परंतु हमारे देश में तेल के दाम आसमान छू रहे हैं, वह दिन दूर नहीं है कि तेल के दाम सैकड़ा पार कर जाए.
भारत देश में पहली बार ऐसा हुआ है कि पेट्रोल, डीजल के दाम ₹80 से ऊपर हो गए हैं बल्कि डीजल का दाम तो पेट्रोल को भी पीछे छोड़ चुका है. इस सरकार को सरकार चलाना नहीं सिर्फ जाति, धर्म के नाम पर लोगों को लड़ाने ही आता है.
इस बढ़ती महंगाई से निम्न और मध्यम वर्गीय परिवार सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं जिससे आए दिन सरकार द्वारा रोजगार ना देने के कारण और बढ़ती महंगाई के वजह से आत्महत्या के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं.
बेतहाशा मूल्य वृद्धि करना यह दर्शाता है कि भाजपा सरकार को चिंता जनता की नहीं है. भाजपा के नेताओं द्वारा जनसंवाद रैली की जा रही है परंतु जनता के साथ इस तरह की बढ़ती महंगाई पर किसी तरह का संवाद नहीं किया जा रहा है.
रुपया अंतरराष्ट्रीय मार्केट में गिरता जा रहा है, पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ते जा रहे हैं, महंगाई चरम सीमा पर हो गई है, प्रवासी मजदूर जो अपने काम धंधे को छोड़कर आज घर पर आकर बैठे हुए हैं.
बिना नौकरी के इस तरह की महंगाई ने यह साबित किया है कि यह भाजपा सरकार को निम्न और मध्यम वर्गीय परिवार से कोई मतलब नहीं है उन्हें तो मतलब है सिर्फ पूंजीपतियों से.
बढ़ती महंगाई से किसान परेशान है कर्जा लेते जा रहा है परंतु उसको कर्जे को माफ करने की बजाय सरकार पूंजीपतियों के कर्ज को माफ कर रही है. भाजपा सरकार में किसान, व्यापारी, कर्मचारी सभी परेशान है.
सभी के साथ इस सरकार ने धोखा, छल किया है, बड़े-बड़े चुनावी वादे करके किसी भी वादों पर खरा न उतर के इस सरकार ने इस जनता को ठग लिया है. अच्छे दिन आएंगे के सपने दिखाकर यह सरकार जनता से सिर्फ वोट मांगी और उनके वोट को लेकर जनता के सामने बुरे दिन रख दिए.
काला धन, रोजगार आदि कई मुद्दे ऐसे हैं जो भाजपा 2014 में शासन में आने से पहले इन मुद्दों की लड़ाई लड़ती थी. आज इन मुद्दों का भाजपा सरकार पर कोई असर नहीं है उन्हें सिर्फ चिंता है अपने देश के पूंजीपतियों की.
हम भाजपा सरकार को चेतावनी देना चाहते हैं कि अगर यह मूल्य वृद्धि वापस नहीं ली गई तो आए दिन धरना प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा. पीसीसी सदस्य जितेंद्र पांडे ने कहा केंद्र की भाजपा सरकार फेल हो चुकी है, महंगाई पर अंकुश लगाने में यह सरकार विफल है.
केंद्र सरकार द्वारा 20 लाख करोड़ का पैकेज भी जुमला साबित हो रहा है, हर व्यक्ति के पास वाहन है जो इस तरह के पेट्रोल और डीजल के ईंधन का प्रयोग करता है, और इस तरह से लगातार वृद्धि पेट्रोल डीजल के दामों में उनके जेबों पर एक अतिरिक्त बोझ बढ़ रहा है.
जिसके वजह से मध्यम वर्गीय परिवार का जनजीवन प्रभावित हुआ है लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार किसी तरह का रियायत देने की बजाएं महंगाई पर काबू करने की बजाय अतिरिक्त बोझ जनता पर बढ़ा रही है.
इस मौके पर पूर्व विधायक हरिद्वार पांडे, दिनेश चंद श्रीवास्तव, विनोद जोसेफ, जितेंद्र पांडेय, तौकीर आलम, डॉ पी.एन. भट्ट, शहला अहरारी, प्रेमलता चतुर्वेदी, सोनिया शुक्ला, अमित कन्नौजिया, कुसुम पांडेय, मेनिका पांडेय, डॉ राजेश यादव, संजय चौबे, प्रवीण पासवान, साहिल विक्रम तिवारी आदि लोग उपस्थित थे.