BY-THE FIRE TEAM
भारत में जेएनयू एक ऐसा शिक्षण संस्थान है जो विगत कई वर्षों से राजनीतिक सरगर्मियों का केंद्र बना हुआ है. कभी यहाँ के छात्रों पर देश विरोधी नारे लगने के आरोप लगते हैं
तो कभी ये शैक्षिक कार्यों को छोड़कर सड़कों पर फीस वृद्धि को लेकर आंदोलनरत मिलते हैं. इसी क्रम में यहाँ के छात्रों और अध्यापकों पर कुछ नकाबपोश बदमाशों ने हमले करके न केवल उनको घायल कर दिया
JNU violence: Student bodies turning as intolerant, confrontational as national politics?
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— ThePrintIndia (@ThePrintIndia) January 6, 2020
बल्कि यहाँ की सम्पत्ति को भी नुकसान पहुंचाया है. इस हिंसा में जेएनयू के अध्यक्ष आइनी घोष को भी बुरी तरह पिटा गया है. इस घटना के विरोध में जेएनयू के छात्रों ने गेट पर ही कड़ा विरोध दर्शाया है, हालाँकि पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा लिखा था जिसका अब खुलासा हो चूका है.
रविवार शाम को हुए JNU के हॉस्टल में हमले को लेकर JNU के छात्र-छात्राएं यूनिवर्सिटी के मेन गेट पर प्रदर्शन कर विरोध जाहिर कर रहे है।#JNUViolence #JNUUnderAttack #JNUTerrorAttack #JNUViolence #JNUProtest #Molitics pic.twitter.com/jSdE3tDzI1
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इस घटना को अंजाम देने की जिम्मेदारी हिन्दू रक्षा दल ने लिया है, सोचने का विषय यह है कि इस वारदात को करने के बाद भी उनको कोई अफ़सोस नहीं है अपितु उन्होंने इसे आगे भी दोहराने की बात कही है.
इस विषय में हिन्दू रक्षा दल के अध्यक्ष पिंकी चौधरी ने एक वीडियो जारी करके कहा है कि चूँकि देश के इस विश्वविद्यालय में देश विरोधी गतिविधियाँ होती हैं जो उन्हें बर्दाश्त नहीं हैं.
इसीलिए उनके कार्यकर्ताओं ने इस कृत्य को अंजाम दिया है, अगर पिंकी के पुराने रीकॉर्ड को खंघाला जाये तो ऐसा पाया गया है कि इसने दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल के कार्यालय पर भी पथराव किया था और ऐसी अनेक घटनाओं में वह कई बार जेल भी गया है.