उत्तर प्रदेश के कानून व्यवस्था को आड़े हाथों लेते हुए कांग्रेसी नेता प्रियंका गांधी ने निशाने पर लेते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरीके से नाकाम है.
यहां अपराधियों के मन में कानून को लेकर कोई भय है ही नहीं, यही वजह है कि वे लगातार महिलाओं के खिलाफ वीभत्स अपराध करने में भी हिचक नहीं रहे हैं.
यूपी के अलग-अलग जिलों जैसे बुलंदशहर, हापुड़, लखीमपुर खीरी और अब तो खुद मुख्यमंत्री के शहर गोरखपुर में भी इस तरह की वारदातें आम होती दिख रही हैं.
बुलंदशहर की घटना यूपी में कानून के डर के खात्मे और महिलाओं के लिए फैले असुरक्षा के माहौल को दिखाती है।
ऐसा प्रतीत होता है कि प्रशासन छेड़खानी की घटनाओं को गंभीरता से नहीं लेता।
इसके लिए व्यापक फेरबदल की जरूरत है। महिलाओं पर होने वाले हर तरह के अपराध पर जीरो टॉलरेंस होना चाहिए।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 11, 2020
पुलिस और प्रशासन न तो सुरक्षा दे पा रहे हैं और ना ही उचित कार्रवाई करने में ही वे तत्पर हैं. एक और अपराध की जो श्रेणी बनती जा रही है वह दलितों के खिलाफ तेजी से होने वाले जातीय हिंसा है.
हत्या और दुष्कर्म की घटनाएं जंगलराज की सूचक हैं सरकार को चाहिए कि वास्तविक अर्थों में जिन उद्देश्यों को पूरा करने के लिए उसको चुना गया है यानी लोक कल्याण उसे वह पूरी इमानदारी और तन्मयता के साथ निभाए तभी सरकार के चुने जाने का मतलब है.
ऐसा लगता है कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार इन संदर्भों से अपना वास्ता नहीं रखती है अन्यथा प्रदेश में जो लगातार हिंसक घटनाएं हुई हैं वह शायद नहीं होती.