मिली सूचना के मुताबिक गोरखपुर के बेलीपार थाना अंतर्गत आने वाले भौवापार में दबंग जाति के लोगों ने दलित परिवारों को निशाना बनाते हुए उन्हें बुरी तरह से मारा पीटा था.
इस वारदात को लेकर ‘पूर्वांचल सेना’ के अध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप ने आवाज उठाते हुए प्रदर्शन किया ताकि इन परिवारों को सुरक्षा और घायलों को आर्थिक मुआवजा मिल सके.
घटना के विषय में प्रदर्शनकारियों ने बताया कि चोटों के हिसाब से हमलावरों पर हत्या के प्रयास की धाराएं लगानी चाहिए थी पर पुलिस ने ऐसा नहीं किया. विरोध प्रदर्शन में मौजूद पीड़ित ने बताया कि-
“आज भी हमलावर गांव में खुलेआम घूम कर हमको धमका रहे हैं कि मुकदमा वापस ले लो वर्ना अंजाम बुरा होगा.”
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे पूर्वांचल सेना के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र वाल्मीकि ने कहा कि हमलावरों पर 307( हत्या के प्रयास) का मुकदमा लगाने,
हमलावरों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी कराने और पीड़ितों को मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर आज हम जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप रहे हैं.
यदि हमारी मांगे नहीं मानी गई तो हम बड़ा आंदोलन करेंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी. इस अवसर पर मौजूद पूर्वांचल सेना के अध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि-
“पुलिस की भ्रष्ट कार्यप्रणाली की वजह से अनुसूचित जाति के लोगों पर उत्पीड़न की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं.”
लॉकडाउन में ऐसी घटनाओं में 40% का इफ़ाजा हुआ है. उन्होंने कहा कि ऐसा ही चलता रहा तो उत्तर प्रदेश में बड़ा जातीय संघर्ष छिड़ सकता है, इसे हर हाल में रोकना होगा.
उन्होंने कहा कि हम शासन -प्रशासन से मांग करते हैं कि जातीय संघर्ष की घटनाओं पर पुलिसिया कार्यवाही की मॉनिटरिंग उच्च अधिकारी स्वयं करें और यथाशीघ्र न्याय सुनिश्चित करवाएं.
उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति पर बढ़ रहे हमले, उत्पीड़न के मामले यह साबित करते हैं कि जातिवाद हमारे देश में आज भी बदस्तूर जारी है जो कि हमारे देश और लोकतंत्र पर एक धब्बा है. इस धब्बे को मिटाना होगा.
इस अवसर पर पीड़ित के साथ राष्ट्रीय भागीदारी बचाओ आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री पी.सी कुरील जी, संतोष कुमार धरकार जी लखनऊ, सुधीराम रावत, मंजेश कुमार आदि लोग मौजूद रहे.
भवदीय
सुरेंद्र वाल्मीकि
जिलाध्यक्ष
पूर्वांचल सेना
9889148400