राहुल गांधी ने क्यों कहा अगले कुछ हफ्तों में बड़े बम गिराने वाला है राफेल? राफेल पर फ्रांस की मीडिया ने भी उठाए सवाल

BY-THE FIRE TEAM

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल मामले को लेकर एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यह विश्वव्यापी भ्रष्टाचार है और आने वाले कुछ हफ्ते में राफेल बड़े बम गिराने वाला है।

राहुल गांधी ने यह हमला इंडियन एक्सप्रेस की एक न्यूज़ को ट्वीट करते हुए किया। इस ट्वीट के माध्यम से उन्होंने बताया कि यह विश्वव्यापी भ्रष्टाचार है। उन्होंने कहा,”यह राफेल विमान वास्तव में दूर तक और तेज तक उड़ता है। यह आने वाले कुछ हफ्तों में कुछ बड़े बंकर भेदी बम गिराने वाला है।”

उन्होंने कहा,”मोदी जी कृपया अनिल(अंबानी) को बताएं कि फ्रांस में एक बड़ी समस्या है।”

गांधी जी ने जिस खबर को शेयर किया है उसमें कहा गया है कि जब राफेल को लेकर दोनों देशों के बीच बातचीत चल रही थी तब अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस इंटरनमेंट ने तत्कालीन फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा अलोंद की पार्टनर को फ़िल्म निर्माण में सहयोग किया था।

आपको बताते चलें कि राफेल डील से संबंधित मुद्दे को राहुल गांधी संसद में भी उठा चुके हैं। उन्होंने संसद में यह आरोप भी लगाया था कि रक्षा मंत्री इस डील से संबंधित जानकारी बताने से किनारा कर रही हैं।

आज राहुल गांधी के साथ-साथ फ्रांस की मीडिया ने भी राफेल डील को लेकर सवाल उठाए हैं। फ्रांस 24 ने लिखा है कि जहां 2007 से 2014 तक कांग्रेस सरकार ने रक्षा क्षेत्र की सरकारी कंपनी एचएएल को राफेल डील के केंद्र में रखा था वहीं 2015 में बीजेपी सरकार ने एचएएल को बाहर करते हुए निजी क्षेत्र की ऐसी कंपनी को केंद्र में रखा जिसे डील से महज 15 दिन पहले रजिस्टर कराया गया।

फ्रांस 24 अपनी रिपोर्ट में कहती है कि डील में हुआ एक अहम बदलाव सबको आश्चर्यचकित करने वाला था। दरसल भारत में एचएएल के पास रक्षा क्षेत्र में मैनुफैक्चरिंग का 78 साल का तजुर्बा था और वह इस ऑफसेट क्लाज में एकमात्र कम्पनी थी जिसके पक्ष में फैसला किया जाता। लेकिन दसॉल्ट ने एचएएल से करार तोड़ते हुए अनिल अंबानी की रिलायंस ग्रुप से करार कर लिया। खास बात यह है कि इस वक्त तक रिलायंस के पास रक्षा क्षेत्र की मैन्युफैक्चरिंग तो दूर उसे एविएशन सेक्टर का भी कोई तजुर्बा नहीं था।

फ्रांस 24 ने दावा किया है कि दसॉल्ट ने जिस भारतीय कंपनी को एचएएल की अपेक्षा तरजीह दी है उस कंपनी को इस डील से महज 15 दिन पहले ही स्थापित किया गया था।

खास बात यह है कि कंपनी को स्थापित करने की यह तारीख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फ्रांस दौरे से महज 13 दिन पहले की है। वहीं फ्रांस 24 ने यह भी मुद्दा उठाया है कि प्रधानमंत्री की इस यात्रा में शामिल कारोबारियों में अनिल अंबानी भी मौजूद थे।

(Source-ajtak and pti news)

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