मिली सूचना के मुताबिक आजादी के समय अंग्रेजो के खिलाफ छेड़े जाने वाले आंदोलन के समय 8 अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन प्रारंभ किया गया था, आज उस आंदोलन की 78 वीं वर्षगांठ है,
जिस पर संज्ञान लेते हुए कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि- गांधी जी द्वारा दिए गए नारे ‘करो या मरो’ को हम नए मायने देते हुए कहेंगे कि ‘अन्याय के खिलाफ लड़ो, डरो मत.’
भारत छोड़ो आंदोलन की 78वीं वर्षगाँठ पर गाँधीजी के ‘करो या मरो’ के नारे को नए मायने देने होंगे। ‘अन्याय के ख़िलाफ़ लड़ो, डरो मत!’ pic.twitter.com/Ha1zZpTb5a
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 8, 2020
जबकि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर राजघाट के नजदीक राष्ट्रीय स्वच्छता केंद्र का उद्घाटन करते हुए एक नए अभियान की शुरुआत की है.
जिसके तहत ‘गंदगी भारत छोड़ो’ का अभियान इन्होंने प्रारंभ किया है, उन्होंने बताया कि- “गांधी जी कहते थे स्वराज सिर्फ साहसी और स्वच्छ लोग ही ला सकते हैं क्योंकि स्वच्छता और स्वराज के बीच के रिश्ते को गांधीजी भली-भांति समझते थे.”
आइए, आज से 15 अगस्त तक यानि स्वतंत्रता दिवस तक देश में एक सप्ताह लंबा अभियान चलाएं।
स्वराज के सम्मान का सप्ताह, यानि ‘गंदगी भारत छोड़ो सप्ताह’। pic.twitter.com/vsLbxMF7Ml
— Narendra Modi (@narendramodi) August 8, 2020
और उनका मानना था कि गंदगी से यदि किसी का सबसे अधिक नुकसान होता है तो वह गरीब है. इस पावन और पवित्र अवसर पर मोदी ने ‘भारत गंदगी छोड़ो’ का नारा दिया है.
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए नरेंद्र मोदी ने वर्तमान कोरोना वायरस के संक्रमण को अवसर के रूप में देखते हुए देश में घोषित लॉकडाउन के अंतर्गत सबसे अधिक स्वच्छता पर जोर दिया है.