मिली जानकारी के मुताबिक श्री रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों ने आपसी बैठक करके यह निर्णय लिया है कि अगस्त माह के प्रथम सप्ताह में 3 अथवा 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को
अयोध्या बुलाकर भूमि पूजन का कार्य सम्पन्न हो ताकि राममंदिर निर्माण के लिए दी गई जमीन पर इस नूतन और पावन उद्देश्य को आगे बढ़ाया जाये.
Larsen & Toubro is collecting samples for soil testing. Drawing of temple's foundation will be made on basis of the strength of soil 60 m below. Work to lay down the foundation will begin on basis of the drawing: Champat Rai, General Secy, Sri Ram Janmabhoomi Tirth Kshetra Trust pic.twitter.com/wjxOc9172o
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 18, 2020
इस मंदिर निर्माण के विषय में ट्रस्ट के सचिव चम्पत राय ने बताया है कि- लार्सन एन्ड टर्बो कम्पनी मिट्टी के नमूने लेकर परीक्षण कर रही है क्योंकि नींव रखने के लिए मिट्टी की ताकत आंकना जरूरी है.
Shri Ramjanmabhoomi Tirtha Kshetra Trust has proposed to perform 'bhoomi pujan' for the #RamTemple either on August 3 or August 5 and has intimated the decision to the Prime Minister's Office, according to Kameshwar Chaupal, a member of the trust.#RamMandir #AyodhyaRamMandir pic.twitter.com/bTf79FjfoP
— IANS (@ians_india) July 18, 2020
रामभक्तों के लिए ख़ुशी का पहलू यह है कि पूर्व में मंदिर निर्माण को लेकर जो तैयारियाँ की गई थीं उनमें कुछ तबदीली भी लायी जा रही है. जैसे- मंदिर की ऊँचाई जिसे पूर्व में 128 फीट रखा गया था
अब उसको 33 फीट और बढ़ाने का प्रस्ताव लाया गया है. इसके अतिरिक्त पहले केवल तीन गुंबदों का ही लक्ष्य था किन्तु अब इनकी संख्या पांच की जाएगी.
तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के जिम्मेदार सदस्यों ने ऐसी भी राय रखी है कि राममंदिर निर्माण की मुहीम को पुख्ता करने के लिए देश के दस करोड़ परिवारों को जोड़कर उनसे चंदा लिया जाये तथा निर्धारित तीन वर्षों के भीतर इस काम को सम्पन्न कर लिया जाये.