BY-THE FIRE TEAM
आर बी आई के नवनियुक्त गवर्नर शशिकांत दास पहली बार मीडिया से मुखातिब हुए और कहा है कि- रिजर्व बैंक की आजादी और मूल्यों को बरकरार रखेंगे.
इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि बैंकिंग सेक्टर पर तत्काल फोकस करेंगे. आरबीआई एक महान संस्थान है, इसकी लंबी और समृद्ध विरासत है.
Shaktikanta Das, Newly appointed RBI Governor: I will try and uphold professionalism, core values, credibility and autonomy of this institution. It’s an honour and great opportunity to serve RBI. I will try my best to work with everyone and work in the interest of Indian economy. pic.twitter.com/qwWnJPmLaq
— ANI (@ANI) December 12, 2018
दास ने कहा सभी मुद्दों का अध्ययन करने में समय लगेगा. आज के समय में निर्णय लेना अधिक जटिल हो गया है. सभी भागीदारों से सलाह बहुत महत्वपूर्ण है, इससे मुद्दों को लेकर हमारी समझ बेहतर होगी.
दास ने कहा कि मैंने कल यानी गुरुवार को सरकारी बैंकों के एमडी और सीईओ के साथ मुंबई में एक बैठक बुलाई है. कार्यभार ग्रहण करने के बाद
दास ने एक ट्वीट कर कहा, ‘भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर की जिम्मेदारी संभाली. आप सभी का शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद.’
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने दास को आरबीआई के शीर्ष पद के लिए ‘सही साख’ वाला व्यक्ति बताया. दास के कार्यभार ग्रहण करने पर जेटली ने कहा, ‘दास एक बहुत वरिष्ठ और अनुभवी नौकरशाह रहे हैं.
उनका पूरा कामकाजी जीवन लगभग देश के आर्थिक और वित्तीय प्रबंधन में गुजरा है, भले ही वह भारत सरकार के वित्त मंत्रालय में कार्यरत रहे हों या तमिलनाडु में राज्य सरकार के साथ काम किया हो.’
जेटली ने कहा कि पटेल के इस्तीफा देने के बाद उनकी नियुक्ति जरूरी थी. उनके हिसाब से दास इस काम के लिए एक दम सही व्यक्ति हैं. वह बहूत ही पेशेवर हैं और कई सरकारों के साथ काम कर चुके हैं.
नोटबंदी के समय दास कई बार मीडिया के सामने आए और उन्होंने लगातार सरकार के रुख का समर्थन किया था. दास की दलील थी कि-
नोटबंदी से कालाधन, नकली नोट और भ्रष्टाचार दूर करने में मदद मिलेगी. लेकिन आरबीआई के गवर्नर के तौर पर कई बड़ी चुनौतियां उनके सामने हैं.