BY-THE FIRE TEAM
खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) ने कृषि तंत्र और सतत खाद्य प्रणालियों को बढ़ावा देने के लिए सिक्कम को ‘‘सर्वश्रेष्ठ नीतियों का ऑस्कर’’ पुरस्कार दिया है। सिक्किम भारत का पहला ऐसा राज्य है जहां ‘‘पूर्णत: यानि 100 प्रतिशत जैविक कृषि’’ की जाती है।
गौरतलब है कि एक बयान के मुताबिक पूर्वोत्तर के इस राज्य ने 25 देशों की 51 नामित नीतियों को पीछे छोड़ते हुए पुरस्कार जीता है। वहीं ब्राजील, डेनमार्क और क्विटो (इक्वाडोर) ने रजत पुरस्कार जीते।
आपको बता दें कि संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ), वर्ल्ड फ्यूचर काउंसिल (डब्ल्यूएफसी) और गैर लाभकारी संगठन आईएफओएएम – ऑर्गेनिक इंटरनेशनल मिलकर यह पुरस्कार देते है।
क्या होती है जैविक कृषि ?
जैविक खेती एक ऐसी पद्धति है, जिसमें रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों तथा खरपतवारनाशियों के स्थान पर जीवांश खाद पोषक तत्वों (गोबर की खाद कम्पोस्ट, हरी खाद, जीवणु कल्चर, जैविक खाद आदि)
जैव नाशियों (बायो-पैस्टीसाईड) व बायो एजैन्ट जैसे क्राईसोपा आदि का उपयोग किया जाता है, जिससे न केवल भूमि की उर्वरा शक्ति लम्बे समय तक बनी रहती है, बल्कि पर्यावरण भी प्रदूषित नहीं होता तथा कृषि लागत घटने व उत्पाद की गुणवत्ता बढ़ने से कृषक को अधिक लाभ भी मिलता है।
यह एक तरह की सदाबहार कृषि पद्धति है, जो पर्यावरण की शुद्धता, जल व वायु की शुद्धता, भूमि का प्राकृतिक स्वरूप बनाने वाली, जल धारण क्षमता बढ़ाने वाली, धैर्यशील कृत-
संकल्पित होते हुए रसायनों का उपयोग आवश्यकता अनुसार कम से कम करते हुए कृषक को कम लागत से दीर्घकालीन स्थिर व अच्छी गुणवत्ता वाली पारम्परिक पद्धति है।
जैविक खेती का प्रारूप निम्नलिखित प्रमुख क्रियाओं के क्रियान्वित करने से प्राप्त किया जा सकता है-
1. कार्वनिक खादों का उपयोग।
2. जीवाणु खादों का प्रयोग।
3. फसल अवशेषों का उचित उपयोग।
4. जैविक तरीकों द्वारा कीट व रोग नियंत्रण।
5. फसल चक्र में दलहनी फसलों को अपनाना।
6. मृदा संरक्षण क्रियाएं अपनाना।