उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के उम्भा गांव में पिछले वर्ष जमीनी विवाद को लेकर 10 आदिवासी लोगों की हुई मौत और दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल हो गए थे, आज 17 जुलाई पूरे 1 वर्ष पूरे होने पर
कांग्रेस पार्टी द्वारा बलिदान दिवस के रूप में जिला अध्यक्ष निर्मला पासवान के नेतृत्व में श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर 10 पीड़ितों को मोमबत्ती जला कर 2 मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दिया गया.
सभा के बाद निर्मला पासवान ने कहा कि-” उत्तर प्रदेश कि भाजपा सरकार द्वारा लगातार दलितों और वंचितों पर अत्याचार किया जा रहा है, उनका शोषण हो रहा है.”
पिछले वर्ष हुए सोनभद्र जिले के उम्भा गांव में 10 लोगों की मौत पर जब हमारी राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वहां के लोगों के साथ मिलकर अपनी संवेदना व्यक्त करना चाहती थी तो यह योगी सरकार ने उन्हें जाने से रोक दिया.
शहादत के 1 वर्ष पूरे होने पर जब पिछले दिनों प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू जी उन पीड़ितों से मिलना चाहते थे तो उन्हें भी रोक दिया गया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
उम्भा सोनभद्र के नरसंहार में शहीद हुए दलितों – आदिवासियों को श्रद्धांजलि देना गुनाह है क्या? 'अभिव्यक्ति की आजादी' इस तरह कुचला जायेगा?
हमें अकारण क्यूँ रोका जा रहा है? pic.twitter.com/yFlNFFYSnB
— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) July 16, 2020
इस तरह से दलितों, वंचितों पर प्रदेश सरकार द्वारा शोषण के बाद भी यदि कोई संवेदना व्यक्त करने जाना चाहे तो उन्हें जाने नहीं दिया जाता. इसे पूर्ण रूप से तानाशाही कही जाएगी और यह सरकार तानाशाही ही कर रही है.
श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित मधुसूदन त्रिपाठी,तौकीर आलम दिनेश चंद श्रीवास्तव, राजेश यादव,साहिल विक्रम तिवारी,दीनदयाल त्रिपाठी आदि लोग उपस्थित थे.