शिक्षक भर्ती में खुलेआम दिख रहा है जातिवाद फिर भी सब हैं खामोश…

BY-INKALAB DAINIK

सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली भाजपा सरकार में जातिवाद इतना चरम पर है कि 69000 की भर्ती में 24720 पद अकेले ठाकुरों को दे दिए गए.

उसके बाद सर्वाधिक नौकरियां ब्राह्मणों को 12,696 पद दिए गए तथा चंदा देकर भाजपा को सत्ता में लाने वाले बनियों को भी लगभग 4600 पद दिए गए.

कुल मिलाकर सवर्णो को 50.5 प्रतिशत आरक्षण नहीं बल्कि पूरे 61.12 प्रतिशत आरक्षण सुरक्षित करने के बाद अकेले जातिवादी मुख्यमंत्री ने अपनी जाति के लोगो को लगभग 25 हजार नौकरियां दे दी.

सत्ता का अजब खेल…

बिन्द, निषाद, केवट, कश्यप, मल्लाह, मांझी, मझवार समाज धर्म की अफ़ीम खाकर पागलों की तरह हिन्दुत्व के पीछे पड़ा है तथा हिन्दु मुस्लिम का राग अलापकर सरकार की उपलब्धियां गिनाने में लगा है.

सबका साथ, किसका विकास…

सवर्णों का विकास बावजूद भाजपा में दलित-पिछड़े वर्ग के नेता बने हुए है खामोश.
69000 सहायक अध्यापक भर्ती में जातिवार परिणाम कुछ इस तरह है :-
तिवारी (सवर्ण) – 1844
त्रिपाठी (सवर्ण)- 1320
मिश्रा (सवर्ण) – 1947
शुक्ला (सवर्ण) – 1752
शर्मा ब्राह्मण (सवर्ण) – 2660
पाडेण्य (सवर्ण) – 2544
चौबे, चतुर्वेदी- 18
दीक्षित (सवर्ण) – 362
अवस्थी ( सवर्ण) – 112
पालीवाल (सवर्ण) – 25
भारद्वाज (सवर्ण) – 112
कुल = 12,696

सिंह ठाकुर (सवर्ण)- 24720
श्रीवास्तव (सवर्ण) – 1058
सक्सेना (सवर्ण)- 273
गुप्ता (सवर्ण) – 3498
जायसवाल (सवर्ण) – 26
कुल = 29575

कुल सवर्णों का योग = (12,696 + 29,575)
= 42,271 सवर्ण शिक्षक चयनित

अब ओबीसी में
यादव (ओबीसी) – 11633
वर्मा लोधी (ओबीसी) – 4145
मौर्य (ओबीसी) – 1835
शाक्य (ओबीसी) 0000
पटेल (ओबीसी) – 1400
विश्वकर्मा बढ़ई (ओबीसी) – 3
बघेल (ओबीसी) – 51
प्रजापति (ओबीसी) – 529
कुल ओबीसी का योग – 19,596

सवर्ण + ओबीसी का कुल योग
42,271 + 19,596 = 61,867

बा के बचे पद
69,000 – 61,867 = 7,133

7,133 पदों में दलित अल्पसंख्यक व अन्य जातियाँ

जारी की गई लिस्ट में भ्रष्टाचार आपको नहीं दिखेगा क्योंकि सवर्ण हिन्दूओ की बात है,
इसमें कोई भी मीडिया वाला न ही डीएनए दिखायेगा, न ही आर-पार दिखायेगा और न ही भारत पूछेगा.

इस भर्ती में ओवरलैपिंग बिल्कुल खत्म कर दिया गया है इसलिए इतना बड़े पैमाने पर सवर्णों को भर्ती किया गया. संसद में जब राम गोपाल यादव राज्य सभा सांसद ने कहा था कि-

15 प्रतिशत लोगों को 50.5 प्रतिशत आरक्षण तथा 85 प्रतिशत लोगों को 49.5 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है तो दलित, पिछड़े व मुस्लिम समाज के कमीने भाजपा के सांसद सदन में जोरदार विरोध किये थे

लेकिन आज यूपी की मनुवादी सरकार ने जातिवाद को मूल मंत्र मानते हुए अपने चहेते सवर्णों को 50.5 प्रतिशत आरक्षण को भी पार करके पूरे 61.12 प्रतिशत आरक्षण देकर नौकरियां दे दिया है,

फिर दलित, पिछड़े समुदाय से भाजपा के कमीने सांसद पता नहीं कहाँ जमीजोद हो गये है

पता नहीं कैसे एटा से भाजपा सांसद राजवीर सिंह लोधी पुत्र कल्याण सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश का जमीर थोडा सा जगा,

इसलिए योगी मुख्यमंत्री को पत्र लिखे जिसमें सारी बातों का जिक्र नहीं करके केवल दलित, पिछड़े, समाज को गुमराह करने का काम किये है.

यदि राजवीर सिंह का जमीर पूरा जागता तो मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र में भर्ती प्रक्रिया की पूरी धांधली का विवरण लिखकर देते लेकिन कुर्सी बचाने के आगे कैसे लिखेंगे ?

अगर ये लोग बोलते, लिखते तो हमे ना लिखना पढता लेकिन मेरी इस लेखनी को कौन पढेगा ? सब तो अपने में मस्त है….

सौजन्य से- इंकलाब दैनिक

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