शैक्षिक प्रमाण पत्र में झोल होने के कारण गोरखपुर से रवि किशन की उम्मीदवारी खटाई में


BY-THE FIRE TEAM


वर्तमान लोकसभा चुनाव में जहाँ चुनाव आयोग कई उम्मीदवारों का नामांकन अनेक कारणों से ख़ारिज कर चुका है वहीं गोरखपुर से बीजेपी उम्मीदवार सीने अभिनेता रवि किशन भी गलत प्रमाण पत्र दाखिल करने की वजह से चर्चा में आ गए हैं.

प्राप्त सुचना के अनुसार जब रवि किशन 2014 के लोकसभा चुनाव में  कांग्रेस पार्टी के टिकट पर जौनपुर से पर्चा भरा तो उस समय खुद को 1992-93 में रिजवी कॉलेज ऑफ साइंस एंड कॉमर्स, मुंबई से बी.कॉम पास दिखाया था.

इस बार वे बीजेपी के टिकट पर गोरखपुर क्षेत्र से संसदीय चुनाव में हिस्सा ले रहे हैं तथा जो इन्होंने नामांकन में जानकारी दी है वह संदेहास्पद हो गया है जिसको लेकर शिकायत की गई है.

2019 के हलफनामे में भोजपुरी फिल्मों के अभिनेता रवि किशन ने शैक्षिक संस्‍थान का नाम तो वही रखा है, मगर योग्‍यता बी.कॉम की जगह 12वीं बताई है, 12वीं पास करने का वर्ष इन्होंने 1990 बताया है.

Image result for image of ravi kishan WITH BJPRAVI KISHAN

आपको बताते चलें कि इस लोकसभा चुनाव में बीजेपी के कई उम्‍मीदवारों के खिलाफ चुनावी हलफनामे में झूठी जानकारी देने की शिकायतें मिली हैं.

केंद्रीय मंत्री स्‍मृति ईरानी पर 2004 से विभिन्न चुनावों में विरोधाभासी जानकारी जमा करने का आरोप है. अमेठी से 2019 में अपने चुनावी हलफनामे में स्‍मृति ने घोषणा की थी कि वे स्‍नातक नहीं हैं.

ईरानी ने अपने हलफनामे में बताया था कि उन्होंने 1991 में हाईस्‍कूल परीक्षा पास की थी और 1993 में इंटरमीडिएट परीक्षा पास की. जब ईरानी ने 2004 में दिल्ली की चांदनी चौक लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था

तब उन्होंने दावा किया था कि वह पत्राचार के जरिए 1996 में आर्ट्स में बैचलर की डिग्री पूरी की थी.

वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) की पूर्वी दिल्ली की उम्मीदवार आतिशी ने भाजपा के उम्मीदवार गौतम गंभीर के खिलाफ दो वोटर कार्ड रखने का मामला दर्ज कराया था.

आरोप है कि गंभीर के पास दिल्ली के दो अलग-अलग क्षेत्रों -करोल बाग और राजेंद्र नगर- से दो अलग-अलग वोटर कार्ड हैं.

Leave a Comment

Translate »
error: Content is protected !!