BY-THE FIRE TEAM
मिली जानकरी के मुताबिक कानपूर देहात के शिवली कोतवाली क्षेत्र में कुटिया बनाकर रहने वाले प्रसिद्ध संत शोभन सरकार का निधन हो गया है.
उन्नाव के अंतर्गत आने वाले डौंडिया खेड़ा में दबे हुए खजाने का दावा करके चर्चा में आने वाले शोभन सरकार के निधन का समाचार मिलते ही उनके अंतिम दर्शन तथा
दाह संस्कार के लिए कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश में लागू लॉक डाउन जैसे माहौल में भी भक्तों का ताँता लगना प्रारम्भ हो गया है.
इनके निधन पर समाजवादी पार्टी के नेता एवं उत्तर प्रदेश के भूतपूर्व मुख्य मंत्री अखिलेश यादव सहित कई नामचीन हस्तियों ने गहरा शोक व्यक्त किया है.
#Unnnao के डौंडिया खेड़ा में सोने का खजाना की भविष्यवाणी कर चर्चा में आए महंत विरक्तानंद सरस्वती #ShobhanSarkar का बुधवार सुबह निधन हो गया। जानकारी मिलते ही अंतिम दर्शन के लिए भारी संख्या में भक्त मंदिर पहुंचे। https://t.co/13Jf7oNFzB
— Navjivan (@navjivanindia) May 13, 2020
वर्ष 2013 में रीवा नरेश रामबक्श के किले में जब इन्होंने एक हजार टन सोने के गड़े होने की बात कही थी तब सरकार ने वहाँ खुदाई भी करा दिया.
इस खजाने को लेकर दिलचस्प पहलू यह है कि शोभन ने इस भविष्यवाणी को मात्र सपने के आधार पर किया था, हालाँकि बिना खजाना मिले ही केंद्र और राज्य सरकारों के
मध्य राजस्व के बटवारे को लेकर विवाद भी हुआ किन्तु अंततः खजाना नहीं मिला. ऐसे में मामला राजनीतिक तूल पकड़ लिया और शर्मिदगी भी झेलनी पड़ी तभी से शोभन सरकार सुर्ख़ियों में आये थे.
इस पुरे प्रकरण में शोभन सरकार को जब घेरा जाने लगा तो वे यह कहकर बचके निकल गए कि उन्होंने जब कहा था तब सरकार ने कटिबद्धता दिखाते हुए खुदाई नहीं करवाई जिसके कारण वह खजाना कहीं और खिसक गया.
Kanpur locals flout social distancing norms as Uttar Pradesh's 'gold digger' saint #ShobhanSarkar passes away pic.twitter.com/kNXUSoFeWj
— India TV (@indiatvnews) May 13, 2020