‘जब मेरी जिंदगी के वो आखिरी पल, सेकेंड होंगे तो रो रहा होऊंगा और रोते, रोते, रोते किसी से कुछ नहीं कहूंगा. बस हंस रहा होऊंगा और मन में यही चल रहा होगा कि यार क्या जिंदगी थी…तू जो आ गया
भावुक और जज्बात से भरे ये शब्द किसी शायर के नहीं हैं बल्कि उत्तर प्रदेश पुलिस के जवान विकास सोनी के हैं जिसने प्रेमिका के साथ हुए अनबन के बाद फांसी लगाकर अपनी जान दे दिया.
vikas soni
मिली सूचना के मुताबिक कानपुर जनपद के नौबस्ता में तैनात 2018 बैच का यह सिपाही मूल रूप से आगरा का रहने वाला था. इस आत्महत्या के विषय में थाना प्रभारी आशीष शुक्ला ने बताया है कि-
“जब नौ बजे तक विकास डूएटी नहीं पहुँचा तो उसके मोबाइल पर कई बार फोन किया गया. फोन का जवाब न मिलने पर एक अन्य सिपाही को उसके घर भेजा गया. कमरे में फंदे से लटकी लाश को देखकर सिपाही अवाक् रह गया और उसने थाने में सूचित किया.”
पुलिस ने मृतक के शव को को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है जबकि फोरेंसिक टीम ने घटना स्थल से बरामद उसकी डायरी और मोबाइल की जाँच कर रही है.
विकास के सहकर्मियों का कहना है कि वह हँसमुख स्वभाव का व्यक्ति था और अक्सर किसी लड़की से खूब बातें किया करता था. यह लड़की आगरा विकास प्राधिकरण में क्लर्क के रूप में कार्यरत है
और अक्सर उससे नोकझोंक चलती रहती थी. फ़िलहाल पुलिस सघन छानबिन करके घटना की वास्तविकता का पता लगाने का प्रयास कर रही है.