BY-THE FIRE TEAM
भाजपा के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा ने बुधवार को कहा कि तीन अहम राज्यों के चुनाव नतीजों ने ‘‘ मोदी के जादू की निराधार’’ धारणा को खत्म कर दिया है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि भगवा दल की हार 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी दलों को एकजुट होने के लिए प्रेरित करेगी
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के हाल में आए नतीजों में भाजपा के हाथ से मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान तीनों प्रमुख राज्य फिसल चुके हैं।
Former BJP leader Yashwant Sinha, said the election results from three key states have destroyed the “untenable theory of the Modi magic” and hoped that the saffron party’s debacle would propel the opposition to bond better for the 2019 Lok Sabha poll https://t.co/7ghNVP7l7h
— National Herald (@NH_India) December 12, 2018
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आलोचक रहे सिन्हा ने आगामी आम चुनाव में भाजपा को हराने के दो विकल्प बताए।
उन्होंने कहा, ‘‘ कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों का राष्ट्रीय स्तर पर चुनाव पूर्व गठबंधन बनाया जाना चाहिए ताकि भाजपा विरोध मत बंटे नहीं और भगवा दल के प्रत्येक उम्मीदवार की टक्कर में एक उम्मीदवार उतारा जा सके।’’
सिन्हा ने आगे कहा, ‘‘ अगर पहला विकल्प विफल रहता है तो क्षेत्रीय दलों का राष्ट्रव्यापी चुनाव पूर्व गठबंधन बनाया जाना चाहिए जिसमें संभव हो तो कांग्रेस के साथ तालमेल भी बैठाया जा सके।’’
सिन्हा ने इस वर्ष की शुरुआत में पार्टी छोड़ दी थी। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय दलों के बीच हितों का कोई टकराव नहीं है। अटल बिहारी सरकार में मंत्री रह चुके सिन्हा ने कहा,
‘‘ तृणमूल (पश्चिम बंगाल) का तेदेपा (आंध्र प्रदेश) और द्रमुक (तमिलनाडु) के साथ कोई टकराव नहीं है।
यह संभावना है कि क्षेत्रीय दलों को भाजपा के मुकाबले अधिक सीटें मिल सकती हैं। क्षेत्रीय दलों का कांग्रेस के साथ तालमेल होना चाहिए। चुनाव के बाद वह सरकार गठन के लिए साथ आ सकते हैं।’’
सिन्हा ने कहा कि पांच राज्यों के चुनाव नतीजों ने मोदी के जादू की निराधार धारणा को तहस नहस कर दिया है। इससे विपक्षी दल अगले लोकसभा चुनाव में एक दूसरे के साथ बेहतर तरीके से जुड़ सकेंगे।
Charging the #Modigovernment with destroying all important institutions of democracy, former Union Minister #YashwantSinha said the only way out for the country is to elect a new government in the coming #LokSabha polls https://t.co/DSI9QmpTdj
— National Herald (@NH_India) December 10, 2018
उन्होंने कहा,‘‘ प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेंद्र मोदी कौन थे? वह एक राज्य के मुख्यमंत्री थे। विपक्षी दलों में ऐसे कई नेता हैं जो मुख्यमंत्री या मंत्री रह चुके हैं।’’