मिली जानकारी के मुताबिक अभी दुनिया के विभिन्न देशों में कोरोना संक्रमण और इलाज को लेकर दवा की खोज चल ही रही थी कि योग गुरु रामदेव ने यह दावा कर दिया है कि उनके द्वारा निर्मित कोरोनिल नाम की दवा इस वायरस के विरुद्ध कारगर साबित होगी.
इस दवा के विषय में उन्होंने कहा है कि-“यदि रोगी को यह दवा दी जाती है तो पहले तीन दिनों में मरीज को 65 प्रतिशत राहत मिलती है जबकि अगले सात दिनों के भीतर मरीज 100 प्रतिशत परिणाम प्राप्त कर सकता है.”
The Ayush ministry refused to comment while the ICMR has said they have no idea.#CORONIL #Patanjali #COVID19India #coronavirushttps://t.co/vHYj6EE0jc
— CNBC-TV18 (@CNBCTV18News) June 23, 2020
किन्तु रामदेव की इस आयुर्वेदिक दवा के संबंध में आयुष मंत्रालय ने पल्ला झाड़ते हुए बताया है कि वे बिना जाँच किये कोई टिपण्णी नहीं करेंगे और इस विषय में आईसीएमआर के अधिकारियों
से बात करने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. यहाँ आपको बताते चलें कि देश में जितनी भी आयुर्वेदिक दवाएं बनती हैं उनकी प्रमाणिकता भारत सरकार के संस्थान आयुष मंत्रालय द्वारा ही दी जाती है.
ऐसे में आयुष विभाग का इस तरह का बयान खुद में शंका पैदा कर रहा है जिसके कारण बाबा रामदेव से सवाल पूछे जा सकते हैं.
Patanjali has released a drug that claims a “100% recovery rate.” So far neither the Ayush Ministry or the ICMR have backed Patanjali’s claims. #COVID19https://t.co/3zqoayAzM3
— Quint Fit (@QuintFit) June 23, 2020