BY- THE FIRE TEAM
मिर्जापुर जिले के एक प्राथमिक स्कूल में मिड डे मील में नमक रोटी का वीडियो काफी वायरल हुआ।
वीडियो को बनाने वाले पत्रकार पवन जायसवाल के खिलाफ विभिन्न धराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
मुकदमा दर्ज होने के बाद प्रदेश के अलग-अलग विपक्षी दलों ने इसका विरोध किया।
अब मिर्जापुर के डीएम अनुराग पटेल का बयान भी चर्चा का विषय बन गया है।
उन्होंने एफआईआर को सही ठहराते हुए कहा कि किसी स्टोरी को कवर करने का यह कोई तरीका नहीं है। अगर वह प्रिंट पत्रकार हैं तो उन्हें तस्वींरें लेनी चाहिए थी, वीडियो क्यों बनाया। इसलिए हमें लगता है वह साजिश का हिस्सा हैं।
एक नए प्रकार से दबाव।#मिर्ज़ापुर #UP pic.twitter.com/RjOIUO7VPP
— Salman Ali (@SalmanAliTeam) September 4, 2019
इससे पहले पटेल ने कहा था कि पत्रकार जायसवाल के आरोप सही हैं।
मिर्ज़ापुर के जिला प्रशासन ने पत्रकार पवन जायसवाल के खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र, सरकारी कर्मचारी के काम में बाधा उत्पन्न करने, झूठे साक्ष्य और धोखाधड़ी के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने पत्रकार के खिलाफ जिला प्रशासन की कार्यवाही को सही ठहराया है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘जो भी सरकार को बदनाम करने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी लेकिन अगर कोई निर्दोष है तो उसके खिलाफ कुछ नहीं होगा।’
एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने जिला प्रशासन की कार्यवाही की निंदा की है।
आपको बता दें कि पत्रकारिता की स्वतंत्रता के मामले में देश की स्थिति काफी अच्छी नहीं है। रिपोर्टर्स विदआउट बॉर्डर्स की रैंकिंग 2019 में भारत को 140 स्थान दिया गया है। वहीं 2018 में भारत 138वें नंबर पर था।