BY – THE FIRE TEAM
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक, शहर का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 402 रहा जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।
गौरतलब है कि 100 से 200 के बीच एक्यूआई को ‘मध्यम‘, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ जबकि 401 से 500 के बीच को ‘गंभीर’ माना जाता है।
दिल्ली में हवा की रफ्तार कम होने के कारण वायु गुणवत्ता शुक्रवार को ‘गंभीर’ श्रेणी में आ गई।
हालांकि, अधिकारियों ने संभावना जतायी कि आगामी कुछ दिनों में बारिश होने के कारण प्रदूषण स्तर कम हो सकता है।
सीपीसीबी ने कहा कि 22 क्षेत्रों में वायु की गुणवत्ता ‘गंभीर’ और 13 में ‘बहुत खराब’ दर्ज की गई।
इसमें बताया गया है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के गाजियाबाद, फरीदाबाद और नोएडा की वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ जबकि गुड़गांव की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ दर्ज की गयी।
सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में हवा में अतिसूक्ष्म कणों-पीएम 2.5 का स्तर 278 दर्ज किया गया जबकि पीएम 10 का स्तर 430 रहा।
केंद्र संचालित वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान प्रणाली (सफर) ने बताया कि अगले दो दिनों में बारिश होने की संभावना है और इससे वायु की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता बुधवार और बृहस्पतिवार को हवा की रफ्तार तेज होने के कारण को ‘खराब’ दर्ज की गयी थी। हालांकि शुक्रवार सुबह यह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आ गई और बाद में ‘गंभीर’ श्रेणी में आ गई।