सामाजिक न्याय आंदोलन (बिहार) के बैनर तले बहुजन विरासत और बहुजन आंदोलन: एजेंडा व कार्यभार पर चर्चा

नौगछिया नगर पंचायत के वार्ड नंबर 01 अमघट्टा मध्य विद्यालय के प्रांगण में ‘बहुजन विरासत और बहुजन आंदोलन: एजेंडा व कार्यभार’ पर विस्तृत चर्चा हुई.

इस मौके पर सामाजिक न्याय आंदोलन (बिहार) के नेता गौतम कुमार प्रीतम ने कहा कि वर्ण-जाति व्यवस्था और पूंजीवाद मेहनतकशों-बहुजनों का दुश्मन है.

दलितों-आदिवासियों व पिछड़ों को सम्मान, हक-हिस्सेदारी व बराबरी के लिए एकजुट होकर इन दो दुश्मनों से लड़ना ही होगा.

नरेन्द्र मोदी सरकार जाति व्यवस्था को मजबूत कर रही है और पूंजीवादी शोषण व लूट को बढ़ा रही है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति को सरकार ने लागू कर बहुजनों को शिक्षा और रोजगार से बेदखल करने की साजिश की है.

पूर्व मुखिया रवीन्द्र कुमार दास और रामानन्द पासवान ने बताया कि आजादी के बाद संविधान व लोकतंत्र ने बहुजनों के आगे बढ़ने का रास्ता खोला और अब मोदी सरकार संविधान व लोकतंत्र को खत्म कर फिर से बहुजनों को हक-अधिकार से बेदखल कर रही है.

मनुवादी-पूंजीवादी गुलामी का शिकंजा मजबूत कर रही है. बहुजनों के भूमि के सवाल को हाशिए पर टिका रखा है. बहुजनों के सामने सबसे जरूरी कार्यभार है कि 2024 में मोदी को सत्ता से बेदखल किया जाए.

सामाजिक न्याय आंदोलन (बिहार) के नसीब रविदास व बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन के अनुपम आशीष ने कहा कि वर्तमान में संविधान व लोकतंत्र

को बचाने की लड़ाई भाजपा बनाम बहुजन समाज की है, जो पार्टियां भाजपा के साथ हैं वह बहुजनों के खिलाफ हैं. लेकिन, भाजपा के खिलाफ लड़ाई को विपक्षी पार्टियों के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता है.

यह लड़ाई संपूर्ण बहुजन समाज की है. बहुजन समाज को जगाने व जोड़ने की मुहिम तेज करनी है. 2024 में केन्द्र की सत्ता से मोदी को उखाड़ फेंकना है.

कार्यक्रम की अध्यक्षता मदन राम व संचालन बिनोद राम ने किया जबकि मौके पर वार्ड पार्षद रिंटू सिंह, अशोक अंबेडकर, राजीवकुमार,

घोलटी राम, आकाश कुमार, मतवाला कुमार, जुगनू यादव, विद्यानंद सागर, चंद्रा देवी, फुलो देवी, संजो देवी म, सुहाना देवी, महाराज कुमार, बबजन प्रसाद सिंह, सत्यजीत कुमार सहित  मौजूद थे.

(गौतम कुमार प्रीतम, सामाजिक न्याय आंदोलन (बिहार) 9162064070)

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