नौतनवां/महराजगंज: आज देश में राजस्व से जुड़े मामलों को देखा जाए तो उसकी संख्या सबसे अधिक है. इसके पीछे मुख्य कारण यही है कि लेखपाल से लेकर एसडीएम तक
जनता को जमीन के कागजों में अनावश्यक उलझा कर रखते हैं. उसी का परिणाम है कि वर्षों तक न्यायालयों में केस तारीख पर तारीख की राह देखता रहता है.
सरकारी कर्मचारी लाखों रुपए का वेतन हर महीने उठाते हैं किंतु इससे उनका मन नहीं भरता है. यही वजह है कि भ्रष्टाचार करने में तनिक भी परहेज नहीं करते हैं.
जिस शपथ को लेकर वह अपने नौकरी की शुरुआत करते हैं, शायद कभी याद भी नहीं करते अन्यथा देश में भ्रष्टाचार कभी नहीं पनपता.
ताजा मामला महराजगंज जिले का है जहाँ में गोरखपुर की विजिलेंस टीम ने 20 हजार रूपए घूस ले रहे लेखपाल को मोहनापुर रेलवे क्रासिंग पर रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.
लेखपाल रामनाथ प्रसाद देवरिया जिले का रहने वाला है. गिरफ्तारी के बाद टीम उसे लेकर गोरखपुर रवाना हो गई. इस मामले में एक पीड़ित ने तंग आकर विजिलेंस टीम से शिकायत किया था.
गोरखपुर की विजिलेंस टीम ने चकबंदी लेखपाल रामनाथ प्रसाद को रंगे हाथों पकड़ कर आगे की कार्रवाई में जुटी है. विजिलेंस टीम प्रभारी शिवाजी राव अपने हमराहियों समेत
बुधवार को फरेंदा बीडीओ कृष्णकांत शुक्ल और सहायक लेखाकार हरेंद्र कुमार दूबे को फरेंदा ब्लॉक पर अपनी गाड़ी में बैठाकर पुरन्दरपुर थाना क्षेत्र मोहनापुर ढाला पर पहुंचे थे.
पीड़ित की शिकायत पर टीम ने मोहनापुर रेलवे क्रासिंग पर 20 हजार रुपए घूस लेने के बाद चकबंदी लेखपाल रामनाथ प्रसाद पुत्र राधा गोविन्द प्रसाद टीम को
देखते ही भागने लगा जिसे टीम ने दौड़ाकर पकड़ लिया और लेखपाल को पुरन्दरपुर थाने लाकर आगे की कार्रवाई में जुट गई.