मिली जानकारी के मुताबिक अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए यह खुश होने का मौका है कि उनका नाम विश्व के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार नोबेल के शांति पुरस्कार के रूप में सम्मानित करने का प्रस्ताव आया है.
इस विषय में अमेरिकी न्यूज़ चैनल फॉक्स न्यूज़ ने बताया है कि- “विश्व में शांति स्थापित करने की दिशा में ट्रंप ने अन्य लोगों की तुलना में में अत्यधिक कार्य किया है. नोबेल कमेटी को चाहिए कि वह तथ्यों के आधार पर निर्णय लें ना कि ट्रंप के द्वारा किए गए कुछ बर्ताव के आधार पर.”
"President Trump today had a great day. A day that any president could only dream of" pic.twitter.com/gUZHTqGOxF
— Jason S. Campbell (@JasonSCampbell) September 9, 2020
दरअसल ट्रंप ने इजराइल और यूएई के बीच शांति समझौते को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इससे भी अधिक जो महत्वपूर्ण पहलू ट्रंप के साथ जुड़ा हुआ है,
वह दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया के रिश्ते सुधारने में ट्रंप की कोशिशों की जितनी भी प्रशंसा की जाए वह कम है. इसीलिए ट्रंप का नाम इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया है.
हालांकि ट्रंप को इस अवार्ड की घोषणा के साथ ही कुछ विवाद भी देखने को मिले हैं क्योंकि इसके पहले भी कुछ अमेरिकी राष्ट्रपति इस पुरस्कार के लिए नामांकित हुए थे किंतु उन्हें दिया नहीं गया. जैसे- राष्ट्रपति विलियम हावर्ड टैफट, रॉबर्ट हुवर, फ्रैंकलीन रुजवेल्ट.
Absolutely. If the Nobel prize committee can give a Nobel Prize for a Nothing-Burger to Barack Obama. They need to award Pres Trump for his work on the Korean Threat and Middle East Peace. https://t.co/W4za5IabBj
— Fromperdink (@FROMPERDINK1) September 11, 2020
आज यदि ट्रंप को यह पुरस्कार मिल जाता है तो 1996 में थियोडोर रूजवेल्ट, 1920 में वुड्रो विल्सन और 2002 में जिम्मी कार्टर तथा 2009 में बराक ओबामा के बाद नोबेल अवार्ड जीतने वाले वह अमेरिका के पांचवें राष्ट्रपति हो जाएंगे.
विशेष: 2019 में इथोपिया के पीएम अबी अहमद अली को शांति का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया. अबी अहमद अली को यह सम्मान शांति कायम करने और अंतरराष्ट्रीय सहयोग प्राप्त करने, खास तौर पर पड़ोसी देश इरिट्रिया के साथ सीमा विवाद सुलझाने की कोशिशों को लेकर दिया गया था.