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गोरखपुर: ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के तहत 11 से 17 अगस्त तक परिषदीय स्कूल के बच्चों को मध्याह्न भोजन के साथ खीर, हलवा और लड्डू देने का आदेश शासन ने जारी किया है.

किन्तु इसका अलग से कोई बजट जारी नहीं होने के कारण जिम्मेदार एमडीएम के कन्वर्जन कॉस्ट में से ही इसको बनाने का शिक्षकों पर दबाव बना रहे हैं जिसको लेकर शिक्षक परेशान हैं.

बताते चलें कि देश की स्वतंत्रता के 75 वर्ष होने पर सरकार आजादी का अमृत महोत्सव मना रही है. इसके लिए 11 से 17 अगस्त तक

जहां ‘घर-घर तिरंगा’ लगाने का अभियान चलाया गया है वहीं परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को मध्याह्न भोजन के साथ खीर, हलवा और लड्डू भी खिलाने का आदेश जारी किया गया है.

आदेश आने के बाद जिम्मेदार एमडीएम के कन्वर्जन कॉस्ट की रकम से ही यह व्यवस्था कराने का दबाव बना रहे हैं.

शिक्षक कन्वर्जन कॉस्ट की रकम से ही खीर के लिए दूध आदि का इंतजाम करने में परेशान हैं.

कन्वर्जन कॉस्ट की रकम से होगा इंतजाम:

एमडीएम के जिला समन्वयक दीपक पटेल का कहना है कि शासन ने मध्याह्न भोजन के साथ बच्चों को खीर, हलवा और लड्डू खिलाने का आदेश दिया है.

इसको लेकर शिक्षकों को अवगत करा दिया गया है. मध्याह्न भोजन के लिए मिलने वाले कन्वर्जन कास्ट की राशि में से ही इसका इंतजाम करना है.

यह मिलता है कन्वर्जन कॉस्ट:

मध्याह्न भोजन के लिए प्राथमिक विद्यालय के प्रति बच्चे के हिसाब से औसतन 4.97 रुपये और उच्च प्राथमिक विद्यालय में

7.45 रुपये कन्वर्जन कॉस्ट के रूप में मिलते हैं. यह रकम विद्यालय के मध्याह्न भोजन निधि खाते में भेजी जाती है.

विभाग का दावा है कि जिले में मध्याह्न भोजन का बकाया किसी विद्यालय का नहीं है बल्कि कई विद्यालयों के खाते में एडवांस कन्वर्जन कॉस्ट की राशि पड़ी हुई है.

सभी विद्यालयों में प्रतिदिन मेन्यू के हिसाब से मध्याह्न भोजन बन रहा है जिसका मेन्यू निम्नलिखित है-

सोमवार- रोटी-सब्जी व दाल, मंगलवार- दाल-चावल, बुधवार- तहरी व दूध, गुरुवार- दाल-रोटी, शुक्रवार- तहरी, शनिवार- चावल-सब्जी

परिषदीय स्कूलों की स्थिति:

परिषदीय स्कूल-2504, शिक्षक-9500, शिक्षामित्र – 2800, अनुदेशक – 452, छात्र-3.4 लाख

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