प्राप्त सूचना के मुताबिक कथक की दुनिया के सम्राट कहे जाने वाले, लखनऊ के कालका बिंदादिन घराने के सदस्य बिरजू महाराज का हृदय गति रुकने से निधन होने की जानकारी प्राप्त हुई है.
इनके निधन पर लखनऊ घराने से ताल्लुकात रखने वाले अनेक प्रसिद्ध हस्तियों ने शोक व्यक्त किया है.
बिरजू महाराज के निधन से कला जगत में शोक#PanditBirjuMaharaj
#Kathak https://t.co/u4YoitMnP0— India TV (@indiatvnews) January 17, 2022
गायिका मालिनी अवस्थी, अदनान सामी सहित अनेक फिल्म जगत की हस्तियों ने इन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया है.
आपको बताते हैं किबता दें कि इनके पिता और गुरु अच्छन महाराज और चाचा शंभू महाराज भी कत्थक के प्रसिद्ध नर्तक थे.
ऐसा बताया जा रहा है कि बिरजू महाराज अपने पोते के साथ खेल रहे थे तभी उनकी तबीयत खराब हो गई और वह अचेत होकर गिर गए.
इन्हें तुरंत साकेत के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां चिकित्सकों ने जांच करने के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया.
1983 पंडित बिरजू महाराज को भारत सरकार ने पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया था. इसके अतिरिक्त संगीत नाटक अकैडमी पुरस्कार और कालिदास सम्मान भी इनके नाम सम्मान में दिए गए थे.
आज भारतीय संगीत की लय थम गई। सुर मौन हो गए। भाव शून्य हो गए। कत्थक के सरताज पंडित बिरजू महाराज जी नही रहे। लखनऊ की ड्योढ़ी आज सूनी हो गई। कालिकाबिंदादीन जी की गौरवशाली परंपरा की सुगंध विश्व भर में प्रसरित करने वाले महाराज जी अनंत में विलीन हो गए।
आह!अपूर्णीय क्षति है यह
ॐ शांति🙏 pic.twitter.com/dLBEy5aPqR— मालिनी अवस्थी Malini Awasthi (@maliniawasthi) January 17, 2022
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, खैरागढ़ विश्वविद्यालय ने बिरजू महाराज को इनकी उपलब्धियों को देखते हुए इन्हें ‘डॉक्टरेट’ की मानद उपाधि से नवाजा था.
भोजपुरी की प्रसिद्ध गायिका मालिनी अवस्थी ने शोक व्यक्त करते हुए लिखा है कि- “आज भारतीय संगीत की लय थम गई.
सुर मौन हो गए. भाव सुन्न हो गए. कथक सरताज पंडित बिरजू महाराज जी नहीं रहे लखनऊ की ड्योढ़ी आज सुनी हो गई.”