राजनीति में ऊंट किस करवट बैठेगा यह आज तक कोई नहीं जान पाया है. यहां कब, कौन, किस घड़ी में दोस्त बन जाए और कौन आंखों का किरकिरी इसका भी अनुमान लगा पाना ठीक-ठीक संभव नहीं है.
कुछ इसी तरह का माहौल बिहार में देखने को मिल रहा है जहां सीएम नीतीश कुमार ने अचानक यू टर्न लेते हुए तेजस्वी यादव के कंधे पर
हाथ रखकर कहा कि यह बच्चा ही अब हमारा सब कुछ है. हम सब साथ मिलकर काम कर रहे हैं. आपको बताते चलें कि 19 अक्टूबर को मोतिहारी जिले में
स्थित सेंट्रल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह कार्यक्रम के दौरान मीडिया ने जब नीतीश कुमार से भाजपा के साथ संबंधों पर सवाल पूछा तो इन्होंने
मौजूदा भाजपा नेताओं की तरफ इशारा करते हुए दोस्ती की कसमें खाई थीं तथा मरते दम तक दोस्ती निभाने का वादा भी किया था.
इस कार्यक्रम की गवाह खुद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू थीं. किंतु अब जैसे ही नीतीश ने तेजस्वी को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है
तब से राजनीतिक पंडितों के बीच उधेड़बुन चल रही है कि वास्तव में बिहार की राजनीति में अब क्या चीज नया होने जा रहा है.?