मिली जानकारी के मुताबिक लंबे समय से बीमार चल रहे 87 वर्षीय भारत के जाने-माने प्रख्यात एयरोस्पेस वैज्ञानिक प्रोफेसर रोददम नरसिंहम ब्रेन हेमरेज के कारण उनका निधन हो गया है.
उनके परिवार में उनकी पत्नी और एक बेटी है, आपको बता दें कि प्रोफेशर नरसिंहम नेशनल एयरोस्पेस लैबोरेट्रीज के निदेशक के तौर पर अपनी सेवाएं दीं.
Padma Vibhushan Award Winner and Aerospace Scientist Roddam Narasimha Die https://t.co/MIoiMV5Eno
— Dailynewscatch (@dailynewscatch1) December 14, 2020
इनके निधन की खबर को सुनकर किरण मौजूद मजूमदार शा ने ट्वीट करते हुए दुख जताया है और लिखा है कि भारतीय वैज्ञानिक समुदाय के लिए प्रोफेसर नरसिंहम का गुजरना एक बड़ी क्षति है.
Padma Vibhushan and renowned aero space scientist Roddam Narasimha no more. Humility personified and a man of immense knowledge and humility, a great loss to the Indian scientific community. RIP pic.twitter.com/woKtcmAMsi
— Kiran Mazumdar-Shaw (@kiranshaw) December 15, 2020
इसके अतिरिक्त उन्होंने लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस के डिजाइन और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया था.
Defence Minister @rajnathsingh ji flies indigenously-built Light Combat Aircraft (LCA) Tejas in Bengaluru
Tejas is a four-and-half generation light combat aircraft developed by state-run aerospace behemoth Hindustan Aeronautics Ltd (HAL).— Neetu Garg (@NeetuGarg6) September 19, 2019
आज तेजस को भारत का राफेल कहा जाता है. इसके अतिरिक्त ‘राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार’ (TRIESTE SCIENCE PRIZE) से भी इन्हें वर्ष 2008 में नवाजा गया था
इनकी सेवा, समर्पण तथा योगदान से प्रभावित होकर वर्ष 2013 में भारत सरकार ने पद्म विभूषण सम्मान से सम्मानित किया था.