सियासी चंदे से भगवा पार्टी भाजपा हुई मालामाल, कांग्रेस दूसरे नंबर पर

भारत ही नहीं दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के रूप में खड़ी हुई भाजपा जब से केंद्र में सरकार बनाने में सफल हुई है,

तब से लेकर अब तक उसकी झोली सियासी चंदों से लबालब भर्ती जा रही है जबकि कांग्रेस को प्राप्त होने वाले चंदों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है.

इस संबंध में निर्वाचन आयोग ने एक आंकड़ा जारी किया है जिसके अनुसार वर्ष 2021 22 के अंतराल में भाजपा को चंदे

के रूप में 614.53 करोड़ रुपए मिले हैं जबकि विपक्षी पार्टी कांग्रेस को मात्र 95.46 करोड़ रुपए से ही संतोष करना पड़ा है.

पश्चिम बंगाल में सत्तासीन तृणमूल कांग्रेस को 43 लाख रुपए ही मिले हैं जबकि माकपा को 10.05 करोड़ रुपए की धनराशि मिली है.

न्यूज़ एजेंसी पीटीआई ने बताया है कि आम आदमी पार्टी जो इस समय दिल्ली और पंजाब में अपनी सत्ता चला रही है, को वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरा 44.54 करोड़ रुपए चंदे के रूप में प्राप्त हुए हैं.

यहां बताते चलें कि लोक अधिनियम ने निर्धारित किया है कि राजनीतिक पार्टियां व्यक्तिगत दाता और संस्थाओं से प्राप्त 20,000 से अधिक के योगदान की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करती हैं.

ध्यान देने वाला पहलू यह है कि व्यक्तियों संस्थाओं के अतिरिक्त अपनी कैम्पेनिंग करने, प्रचार करने आदि के लिए चुनावी ट्रस्ट भी पार्टियों को चंदा देते हैं.

भारत के सबसे अधिक अमीर चुनावी ट्रस्ट में प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट को माना जाता है. इसके साथ ही इलेक्टोरल ट्रस्टों का भी भाजपा को चंदा देने में प्रमुख योगदान रहा है.

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