वर्तमान समय में बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में जिस तरीके से विभिन्न राजनीतिक दलों के द्वारा घोषणाएं और बयानबाजियां की जा रही हैं वह अपने आप में बहुत अनोखी नहीं है.
चर्चा का महत्वपूर्ण पहलू यह है कि भाजपा पुनः बिहार में अपनी सत्ता स्थापित करने के लिए वादों की झड़ी लगा रखी है जिस पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने ट्विटर के जरिए टिप्पणी किया है.
जब भी बिहार जाता हूँ, जनता स्नेह और सम्मान देती है। लेकिन आज, इसके साथ ही जनता में एक संकल्प देखने को मिला- बदलाव का संकल्प।
कुशासन से मुक्ति पाने के लिए ये संकल्प महत्वपूर्ण है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 23, 2020
उन्होंने कहा- मैं जब भी बिहार जाता हूं जनता मुझे अपना पूरा स्नेह और सम्मान देती है. इस बार की बिहार यात्रा में मैंने देखा कि यहां की जनता बदलाव लाने के लिए संकल्पित है.”
भागलपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि- प्रधानमंत्री कहते हैं कि कोरोनावायरस को हम 22 दिन में खत्म कर देंगे.
इसके लिए उन्होंने लोगों से ताली और थाली बजाने के साथ-साथ मोबाइल फोन की लाइट जलवा कर जो ढोंग किया वह किसी से छिपा हुआ नहीं है.
PM मोदी जी कहते हैं कि कोरोना को हम 22 दिन में खत्म कर देंगे। लेकिन कैसे-थाली बजाकर और मोबाइल फोन की लाइट जलाकर.. हम कोरोना को 22 दिन में खत्म कर देंगे।अब 6-7 महीने हो गए कोरोना फैलता जा रहा है लेकिन प्रधानमंत्री एक शब्द नहीं बोल रहें: भागलपुर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी #Bihar pic.twitter.com/vWaEEO0WnQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 23, 2020
आज लगभग 7 महीने हो चुके हैं किंतु कोरोना खतम होने की तो बात छोड़िए और फैलता ही जा रहा है जबकि प्रधानमंत्री केवल मन की बात करते हैं और इस पर एक शब्द भी नहीं बोल रहे हैं.
आपको बताते चलें कि बिहार में 28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को तीन चरणों में निर्वाचन आयोग ने चुनाव करने की घोषणा किया है. इन मतों की गणना 10 नवंबर को की जाएगी,
चुनाव को देखते हुए इस समय बिहार में राजनीतिक माहौल बहुत गर्म है. चुनावी रैलियों और जनसभाओं के द्वारा अधिकतर नेता जनता को अपनी तरफ मोड़ना का प्रयास कर रहे हैं.
एक तरफ जहां नीतीश कुमार के नेतृत्व में राजद आगे बढ़ रहा है वहीं दूसरी तरफ आरजेडी के नेतृत्व में महागठबंधन द्वारा सत्ता पाने की जुगत में लगा हुआ है.
अब यह तो आने वाला समय ही बताएगा कि ऊंट किस करवट बैठेगा?