BY- THE FIRE TEAM
छह महीने पहले जेल से बाहर आए एक बाल बलात्कार के दोषी ने शनिवार को एक पड़ोस में रहने वाली 9 वर्ष की बच्ची का अपहरण कर उसका बलात्कार किया और हत्या कर दी।
उसके बाद शव को विले पार्ले (डब्ल्यू) में एक सार्वजनिक शौचालय सेप्टिक टैंक में फेंक दिया, फिलहाल उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
इससे पहले 2013 में पड़ोस में रहने वाली पांच साल की बच्ची से बलात्कार के मामले में उसे दोषी करार किया गया था।
हिस्ट्रीशीटर वादीवेल देवेंद्र उर्फ गुंडप्प भाई (35) को जेल में अच्छे व्यवहार के लिए 2018 की शुरुआत में रिहा कर दिया गया।
गुरुवार शाम को लड़की के लापता होने की सूचना पुलिस को मिली सीसीटीवी फुटेज के आधार पे पुलिस देवेंद्र को गिरफ्तार किया।
सीसीटीवी फुटेज में कक्षा 3 की लड़की उसके साथ दिखाई दी थी जिसका उसने बेरहमी से बालात्कार कर हत्या कर दी थी।
बच्ची के पिता जो एक मजदूर हैं, उन्होंने TOI से बातचीत में कहा, “वो अपनी बीमार माँ के लिए पास की दुकान से चाय लाने गयी थी, काफी देर ना आने के बाद हमने खोजबीन शुरू की।”
जब जुहू पुलिस ने बच्ची की तलाश शुरू की तब देवेंद्र उनके साथ ही था।
लोकल पुलिस ने जुहू पुलिस को जानकारी दी कि देवेंद्र एक हिस्ट्रीशीटर है और पहले एक बच्ची के बलात्कार केस में जेल में था।
जुहू पुलिस के अफसर ने बताया, “इस जानकारी ने देंवेेंद्र के बारे में संदेह पैदा कर दिया और सीसीटीवी फुटेज ने हमारे संदेह को मजबूत किया।”
सीसीटीवी फुटेज में देवेंद्र को बच्ची के साथ बातचीत करते हुए देखा गया जो उसके पड़ोस में रहती थी।
पुलिस अफसर ने बताया, “देवेंद्र को शुक्रवार रात हिरासत में लिया गया और शनिवार सुबह उसने जुर्म कबूल कर लिया। वो हमें उस स्थान पर ले गया, जहाँ उन्होंने नाबालिग के शरीर को दफनाया था।”
एडिशनल कमिश्नर ऑफ पुलिस मनोज शर्मा ने कहा, “मामले को चतुराई से संभाला गया और आरोपी ने अपराध कबूल कर लिया। हम सुनिश्चित करेंगे कि आरोपी को कड़ी सजा मिले।”
देवेंद्र पर भारतीय दंड संहिता की धारा 201 (साक्ष्य मिट जाना), 302 (हत्या), 363 (अपहरण), 376 (बलात्कार) और POCSO अधिनियम की धाराओं 4 (भेदक यौन हमला), 8 (8 यौन उत्पीड़न) के तहत मामला दर्ज किया गया है।