नफरत भरे वक्तव्य फैलाने के मामले में रिपब्लिक भारत टीवी पर ब्रिटेन में जूर्माना लगाए जाने की खबर से स्पष्ट हो गया है कि भारत में मोदी सरकार की तरफ से झूठ और नफरत का
अभियान चलाने वाले टीवी चैनलों को भले ही भाजपा सरकार सर आंखों पर बैठा कर रखती हो, उनको पुरस्कृत करती हो किंतु अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इन चैनलों की इज्जत कौड़ी की तीन हो गई है.
दरअसल ऑफकॉम ब्रॉडकास्टिंग कोर्ट के नियम 2.3 के अनुसार किसी ब्रॉडकास्ट को सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी भड़काऊ बात अथवा कांटेक्स्ट को जस्टिफाई करना चाहिए.
Republic Bharat fined £20,000 by UK's communications regulator for 'hate speech' — The decision was taken in view of a programme aired on Republic Bharat on 6 September, 2019, which Ofcom said was in violation of its broadcasting norms https://t.co/71ryHlexEm
— ZAQS World News (@ZAQSNews) December 24, 2020
किसी धर्म में मानवता तथा भेदभाव के खिलाफ गलत भाषा का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए. इस आधार पर देखा जाए तो वर्ल्ड व्यू मीडिया नेटवर्क लिमिटेड के खिलाफ आदेश जारी करते हुए
ऑफिस ऑफ कम्युनिकेशन ने कहा है कि पूछता है भारत शो नियम 2.3, 3.2, 3.3 का उल्लंघन करता है. इस शो में बहुत ऐसी बातें बिना मतलब की और भड़काऊ हैं.
#ArnabGoswami’s Hindi news channel #RepublicBharat has been fined £20,000 by the UK's broadcasting regulator for promoting hatred towards Pakistani people pic.twitter.com/LCftbHBWYU
— editorji (@editorji) December 23, 2020
अगर कायदे से इन चैनलों को देखा जाए तो ऐसे चैनलों को लोकतंत्र की बुनियाद को कमजोर करने तथा उसे कुरेदने के जुर्म में दंडित करने की जरूरत है.
अब देखना यह होगा कि रिपब्लिक भारत पर जूर्माना लगाए जाने से गोदी मीडिया जो झूठ और नफरत फैलाने के लिए ही विशेष तौर पर जानी जाती है उसको कितना प्रभावित कर पाएगी.?