सपा नेता कालीशंकर के RTI से EVM और VVPAT पर मिली आधी-अधूरी जानकारी के विरुद्ध दायर हुई प्रथम अपील

गोरखपुर जनपद में समाजवादी पार्टी के प्रखर नेता कालीशंकर ने जब सूचना के अधिकार के अंतर्गत EVM तथा VVPAT के सम्ब्नध में रिपोर्ट दाखिल किया तो उन्हें असंतोषजनक जानकारी ही प्राप्त हो सकी.
मसलन EVM और VVPAT के पुर्जे, उसके ‘मइक्रो कन्ट्रोलर’ को स्वदेश में बनाया गया है या विदेश में अर्थात उसे किस देश की कंपनी ने बनाया है आदि.
इस विषय में कालीशंकर ने कहा कि-” सवाल जनता के विश्वास और पारदर्शी लोकतान्त्रिक पद्धति का है जिसको सर्वाजनिक करना ही होगा. जरुरत पड़ी तो हम न्यायपालिका की शरण में भी जायेंगे.”
देश की जनता को यह जानने का संवैधानिक और लोकतांत्रिक हक़ है कि जिस EVM और VVPAT के माध्यम से वे अपने जनप्रतिनिधियों का चुनाव करते हैं उसके पुर्जे देश में बने हैं या विदेश में
EVM और VVPAT को बनाने वाली भारत सरकार की नवरत्न कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने मेरे RTI में माँगी गई जानकारी कि-
– EVM और VVPAT मशीन का फुल टेक्निकल स्पेसिफिकेशन क्या है,
– EVM और VVPAT में कुल कितने पुर्जे लगाए गए हैं, प्रत्येक पुर्जे नाम,
– क्या EVM और VVPAT सभी पुर्जे भारत में बने हैं,
– EVM और VVPAT में लगी “माइक्रोकंट्रोलर” का निर्माण भारत की कंपनी ने
   किया है अथवा किसी विदेशी कंपनी ने किया है
उपरोक्त की जानकारी सरकार की कंपनी ने आर.टी.आई. कानून की धारा 8(1) (डी ) का हवाला देकर देने से मना कर दिया है. इसके खिलाफ हमने आज ही प्रथम अपील भी दायर कर दिया है.
भारत सरकार के उपक्रम भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने मेरे RTI के जवाब में बताया कि EVM और VVPAT 100 % त्रुटि रहित और फुलप्रूफ हैं.
यदि EVM और VVPAT 100% त्रुटि रहित और फुलप्रूफ हैं तो कैसे विभिन्न चुनावों के दौरान मिडिया में EVM और VVPAT ख़राब होने और उन्हें बदलने की खबरे आती हैं.?
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) RTI के जवाब में ये भी बताया कि EVM और VVPAT अथवा इसके किसी भी पुर्जे से किसी भी प्रकार का रेडिएशन या तरंगे नहीं उत्सर्जित होती हैं.

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