मेजर ध्यानचंद की जयंती पर सपा ने ‘राष्ट्रीय खेल दिवस’ को “खिलाड़ी घेरा” कार्यक्रम के रूप में मनाया

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर सपा के निवर्तमान जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी के नेतृत्व में खोराबार के प्रा. वि. के फुटबॉल ग्राउंड में हाकी के जादूगर

मेजर ध्यानचंद की जयंती पर “राष्ट्रीय खेल दिवस” को “खिलाड़ी घेरा” कार्यक्रम के रूप में मना कर खिलाड़ियों की समस्याओं और भाजपा सरकार के द्वारा खिलाड़ियों को कोई सुविधा न दिए जाने पर चर्चा हुई.

इसमे कई नेशनल व कई इंटरनेशनल खिलाड़ी व समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेतागण व कार्यकर्ता साथी मौजूद रहे. निवर्तमान जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी ने कहा कि-

मेजर ध्यानचंद की जयंती पर उनको समर्पित ‘राष्ट्रीय खेल दिवस‘ के अवसर पर समाजवादी पार्टी ने जनपद में ‘खिलाड़ी घेरा‘ कार्यक्रम आयोजित किया गया है.

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‘खिलाड़ी घेरा‘ का मूल उद्देश्य खिलाड़ियों की आवाज उठाना था, सपा खिलाड़ियों के साथ खडी़ है भाजपा सरकार में स्थानीय स्तर पर खिलाड़ियों की प्रतिभा-खोज की खामियां,

खिलाड़ियों की चयन प्रक्रिया में अपारदर्शिता व पक्षपात, स्पोर्ट्स एकेडमियों की सीमित संख्या व अनुपलब्धता, खिलाड़ियों के लिये खेल व अभ्यास उपकरणों की कमी,

स्थानीय, क्षेत्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिताओं की अनियमितता, स्थानीय स्तर पर स्टेडियम की कमी व रखरखाव की समस्याएं, खिलाड़ियों पर मानसिक दबाव व मनोवैज्ञानिक प्रोत्साहन की कमी,

खिलाड़ियों के समुचित शारीरिक विश्राम की कमी, खिलाड़ियों के मानदेय में भेदभाव, खिलाड़ियों की सामाजिक सुरक्षा की उपेक्षा व स्वास्थ्य बीमा का विषय,

खिलाड़ियों के साथ लैंगिक भेदभाव व अनुचित व्यवहार, खिलाडियों पर प्रशासन-प्रबन्धन का दबाव, खिलाड़ियों के आवागमन, उनके उपकरणों के सुरक्षित परिवहन तथा रहने-खाने की व्यवस्था की कमियां,

अंतर्राष्ट्रीय मानकों के क्रीड़ा-प्रांगणों, प्रशिक्षकों व सुविधाओं की कमी, लोकप्रिय खेलों के आगे अन्य खेलों की उपेक्षा, प्रशिक्षकों को कम वेतन, मानदेय व दुसाध्य कार्यदशाएं आदि है.

खिलाड़ियों के साथ विभिन्न प्रकार के भेदभाव होतें है, आर्थिक पारितोषिक व वेतन की अनियमितता, वृद्ध खिलाड़ियों व प्रशिक्षकों की दीन-हीन अवस्था व पेंशन की समस्या,

खिलाड़ियों पर खेल संगठनों का अनुचित दबाव, खिलाड़ियों पर राजनैतिक दबाव व राजनैतिक शोषण, विजेता खिलाड़ियों के प्रोत्साहन से अधिक ‘राजनेताओं के प्रचार‘ की समस्या है.

निवर्तमान जिलाध्यक्ष ने कहा कि सपा खिलाड़ियों के साथ खडी़ है, भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकार लगातार खिलाड़ियों की उपेक्षा कर रही है.

भाजपा सरकार द्वारा छात्रों, नौजवानों, महिलाओं, किसानों, मजदूरों, बुनकर, कुटीर उद्योग का धंधा करने वाले किसानों का शोषण-उत्पीड़न किया जा रहा है.

लगातार बढ़ती मंहगाई से किसान-मजदूर-नौजवान, बुनकर सबसे ज्यादा गरीब हो गयें हैं. आर्थिक तंगी के कारण लोग आत्महत्या करने को मजबूर हैं.

अपराध चरम पर है, देश की 75 वर्ष की आजादी में भाजपा-कांग्रेस की कुनीतियों के कारण किसान-मजदूर भुखमरी के कगार पर पहुंच गये हैं.

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खेेलों के प्रति उदासीन सत्ता को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए खिलाड़ी भी तैयार बैठे हैं. इस दौरान प्रमुख रूप से अखिलेश यादव, विजय बहादुर यादव,

अमरेन्द्र निषाद, बिंदा सैनी, राष्ट्रीय हाकी खिलाड़ी शिवानी सिंह, शैल जायसवाल किरण कुमारी वर्षा कुमारी आदि मौजूद रहीं.

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