सत्यपाल मलिक का दावा, बोलना बंद कर दिया होता तो मैं भी बन जाता उपराष्ट्रपति

मेघालय के राज्यपाल सत्य पाल मलिक ने केंद्र की भाजपा सरकार की ओर इशारा करते हुए बड़ा बयान दिया उन्होंने कहा कि यदि वह भी केंद्र सरकार के विरुद्ध बोलना बंद कर दे तो उपराष्ट्रपति बन जाते हा

वर्तमान उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ को चुने जाने पर बताया कि जगदीप उपराष्ट्रपति बनने वाले इस बार भी कैंडिडेट थे जिसके कारण उन्होंने यह महत्वपूर्ण पद प्राप्त किया है.

जब उनसे राहुल गांधी द्वारा शुरू किए गए भारत जोड़ो यात्रा के संबंध में सवाल पूछे गए तो उसका भी जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी नौजवान आदमी हैं.

पैदल चल रहे हैं जो यह अच्छी बात है किंतु इस यात्रा का परिणाम कांग्रेश के पक्ष में कितना होगा इसका पता तो समय आने पर ही चलेगा.

किंतु इतना जरूर है राहुल जी वह कार्य कर रहे हैं जिसे आम नेता बिल्कुल ही नहीं करता है. किसान आंदोलन को लेकर के भी उन्होंने खुलकर बात रखी और कहा कि

किसानों को लेकर देश में जिस तरह का माहौल सरकार बना रही है, वह चिंताजनक है. किसान आंदोलन को समाप्त हुए काफी दिन हो गए हैं बावजूद इसके किसानों के हित तथा एमएसपी के मुद्दे पर सरकार की नियत स्पष्ट नहीं हो सकी है.

ऐसे में लगता है कि किसानों को दोबारा अपना आंदोलन करने के लिए विवश होना पड़ेगा. अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए दिल्ली में राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ किए जाने पर

उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इसकी कोई जरूरत नहीं थी. राजपथ सुनने में भी अच्छा लगता था, उच्चारण में भी ठीक था. कर्तव्य पथ कौन उच्चारण करेगा यह समझ में नहीं आ रहा है.

आयकर विभाग तथा प्रवर्तन निदेशालय की ओर से विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं पर जो छापे मारे जा रहे हैं, उस पर टिप्पणी करते हुए मलिक ने कहा कि

यदि कुछ छापे भाजपा के नेताओं पर भी डलवा देते तो अन्य लोगों को कहने का मौका नहीं मिलता कि भाजपा भेदभाव कर रही है.

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