BY-THE FIRE TEAM
बच्चों, बड़ों, कवियों और शायरों सबके लिए उत्सुकता का पर्याय बने चन्द्रमा के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए इसरो (इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाईजेशन) के नेतृत्व में
भारत द्वारा छोड़े गए उपग्रह चन्द्रयान-2 ने चाँद पर दिखने वाले धब्बों के विषय में बड़ा खुलासा किया है. आपको बताते चलें कि चाँद पर दाग होने का राज क्या है,
इन कारणों को एसएआर (सिंथेटिक अपर्चर राडार) जो एक मजबूत सेंसिंग उपकरण है, जिसे चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर में लगाया गया है, ने चाँद की परिक्रमा करते हुए उसकी अनेक तस्वीरें खींच कर भेजी हैं.
इनका विश्लेषण करने के बाद हमारे वैज्ञानिकों ने बताया है कि-
chandrayan-2
चाँद पर दिखने वाले धब्बे अनेक तरह के उल्का पिंडों, क्षुद्र ग्रहों, ज्वालामुखी विस्फोट और धूमकेतुओं की बमबारी का नतीजा हैं. इसी का परिणाम है कि चंद्रमा की सतह पर बड़े-बड़े गढढे बन गए हैं.
इसके अलावा चंद्रयान-2 के राडार ने चाँद पर बनने वाले गड्ढों की प्रकृति, आकार, निर्माण में किन तत्वों की भूमिका है, इसका भी गहराई से अध्ययन किया है.
विशेष उपलब्धि:
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चन्द्रमा के बारे में जानने के लिए चन्द्रयान-2 से पहले चंद्रयान-1 भेजा गया था किन्तु उसमे तकनीकी उन्नति का अभाव था.
किन्तु वर्तमान में चन्द्रयान-2 जिस सूक्ष्मता के साथ चन्द्रमा की सतहों का अवलोकन करके राज खोला है, वह अंतराष्ट्रीय स्तर पर देश के वैज्ञानिकों की तकनीकी दक्षता और मेहनत का लोहा मनवाता है.