टोक्यो ओलंपिक में भारत की तरफ से 49 किलोग्राम की श्रेणी में वेटलिफ्टिंग में मणिपुर की खिलाड़ी मीराबाई चानू ने भारत को रजत पदक दिला कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश के गौरव को स्थापित करने का कार्य किया है.
इस उपलब्धि के कारण मणिपुर सरकार ने चानू को एएसपी का पद दिया है, इसके अतिरिक्त राज्य सरकार ने ₹1 करोड़ की ईनाम राशि भी घोषित किया है.
चानू के अलावा मणिपुर राज्य की तरफ से भाग लेने वाले अन्य प्रतिभागियों को भी 25-25 लाख रुपए की राशि दिए जाने का ऐलान किया गया है.
पोस्टर में पदक लाने वाली खिलाड़ी से ज़्यादा जगह मोदी जी की दाढ़ी ले गई. समझ नहीं आ रहा पदक मीराबाई लाई हैं कि मोदी जी.
पहली बार देख रहा हूँ कि विजेता की तस्वीर छोटी और क्रेडिट लेने वाले परजीवी की तस्वीर बड़ी है. pic.twitter.com/IbFAjMILEW
— Shyam Meera Singh (@ShyamMeeraSingh) July 27, 2021
इन सारे सम्मान के बीच सोशल मीडिया पर एक ऐसी तस्वीर भी वायरल हो रही है जिसमें केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू मीराबाई चानू को सम्मानित कर रहे हैं तथा इसमें खिलाड़ी का जो पोस्टर लगाया गया है,
उसी के बगल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर भी चस्पा है. हालांकि खिलाड़ी की तस्वीर जिसने पदक को जीता है वह छोटी है जबकि मोदी जी की तस्वीर बड़ी है.
इसे देखकर श्याम मीरा सिंह पत्रकार ने तंज कसते हुए कहा कि-“पोस्टर में पदक लाने वाले खिलाड़ी से ज्यादा जगह मोदी जी के दाढ़ी ले गई समझ नहीं आ रहा है कि पदक मीराबाई लाई हैं या मोदी जी.”
पहली बार देख रहा हूं कि विजेता की तस्वीर छोटी है और क्रेडिट लेने वाले परजीवी की तस्वीर बड़ी है. इस तस्वीर को देखकर यह भी पता लगाया जा सकता है कि भाजपा
स्वयं को बड़ा दिखाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है तथा अपनी पार्टी के प्रचार प्रसार करने का कोई भी मौका गंवाती नहीं है.
हालांकि इस आलोचना पर आजतक मिडिया हाउस ने पत्रकार के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए उसे नौकरी से निकाल दिया है. अब आगे क्या होगा यह तो भविष्य की बात है,
किंतु इस कार्यवाही से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि देश का चौथा स्तंभ कहा जाने वाला मीडिया घराना अब भाजपा सरकार के रहमो करम पर जी रहा है