बीजेपी सरकार की कृषि नीतियों के विरोध में व किसानों के समर्थन में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आवाहन पर आज गोरखपुर सपा कार्यकर्ताओं ने खोराबार ब्लॉक पर किसान पदयात्रा निकाली.
यह पदयात्रा खोराबार से होते हुए मोतीराम अड्डा तक जानी थी, किन्तु किसान आंदोलन को आगे जाने से प्रशासन ने रोकते हुए इसमें शामिल नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर खोराबार स्थित डीएवी इंटर कॉलेज(अस्थाई जेल) में डाल दिया.
आपको यहाँ बता दें कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर किसान पदयात्रा पूरे जनपद में विधानसभा वार चल रही है.
उसी क्रम में ग्रामीण विधानसभा के खोराबार से मोतीराम अड्डा तक जा रही किसान यात्रा जिसमें सपा जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी निवर्तमान महानगर अध्यक्ष जियाउल इस्लाम, पूर्व विधायक विजय बहादुर यादव,
ग्रामीण विधानसभा निवर्तमान अध्यक्ष जितेंद्र यादव सहित पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं को जिला प्रशासन गोरखपुर पुलिस खोराबार में रोकने का प्रयास कर रही थी किसान पदयात्रा को मोतीराम अड्डा तक जाना था.
जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी ने कहा कि भाजपा सरकार समाजवादियों का हौसला कभी नहीं तोड़ सकती. सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है.
उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की नहीं सुन रही है, भाजपा सरकार में किसान, गरीब, मजदूर सब परेशान हैं और सरकार लोकतंत्र का गला घोंट रही है.
समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता किसान बिल के वापिस न होने तक किसान भाइयों के साथ कदम से कदम मिलाकर खड़े रहेंगे. पूर्व विधायक विजय बहादुर यादव ने कहा कि-
“‘पुलिस’ के बल पर सत्ता चला रही भाजपा सरकार समाजवादियों का हौसला कभी नहीं तोड़ सकती. किसानों के मुद्दे पर सपाई आरपार का संघर्ष करेंगे.”
निवर्तमान महानगर अध्यक्ष जियाउल इस्लाम ने कहा कि- “केन्द्र और प्रदेश सरकार की किसान विरोधी नीतियों के चलते किसान अपने ही खेत में मजदूर हो जायेंगे, सरकार के इस मंशा को पूरा होने नहीं दिया जाएगा.”
निवर्तमान विधानसभा अध्यक्ष जितेन्द्र यादव ने कहा कि ‘धान क्रय केन्द्रों पर ताला लटका हुआ है. किसान बिचौलियों को औने-पौने दाम पर अपनी उपज बेच रहे हैं.
बाद में यही फसल डेढ़ गुने रेट पर सरकार के गोदामों में पहुंच रही है. करोड़ों के इस बंदरबांट को सरकार कानून का दर्जा देना चाहती है.
इस दौरान प्रमुख रूप से जितेंद्र यादव, जितेंद्र सिंह, सिहांसन यादव, रामजतन यादव, हीरालाल यादव, कालीशंकर, हाजी शकील अंसारी, कीर्ति, निधि पांडे, अशोक यादव,
दूईजा देवी, लक्ष्मी शर्मा, कंचन श्रीवास्तव, शहीदुल निशा, नीलम पांडे, फिरदोस आलम, राम नवल आदि मौजूद रहे.