मिली जानकारी के मुताबिक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के करीबी, सहयोगी और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में पहचान रखने वाले स्वर्गीय बाबा आमटे की पोती और महारोगी सेवा समिति की सीईओ डॉ शीतल आमटे कराज़गी ने कथित तौर पर खुदकुशी कर लिया है.
Maharashtra: Granddaughter of social worker Late #BabaAmte & Chief Executive Officer of Maharogi Seva Samiti, Dr. #SheetalAmte commits suicide at her residence in Warora, Chandrapur. pic.twitter.com/Q5vlW75RHs
— All India Radio News (@airnewsalerts) November 30, 2020
इस संबंध में इंडियन एक्सप्रेस के हवाले से पता चला कि- 39 वर्षीय डॉ शीतल ने महारोगी सेवा समिति के प्रबंधन को लेकर उनके परिवार के अन्य सदस्यों के साथ विवाद हुआ था,
जिसके बाद शीतल ने इस तरह का आत्मघाती कदम उठाया है. महारोगी सेवा समिति को बाबा आमटे के द्वारा सामाजिक संगठन के रूप में स्थापित किया गया था.
समाजसेवी बाबा आमटे की पोती डॉ. शीतल आमटे ने की आत्महत्या#BabaAmate #SheetalAmate #Suicide #MaharogiSevaSamitihttps://t.co/OdMbxW9wA4
— Chambal Sandesh (@ChambalSandesh) November 30, 2020
उन्हें इस कार्य के लिए ‘रेमन मैग्सेसे पुरस्कार’ से भी सम्मानित किया गया था. आपको यहां बता दें कि बाबा आमटे के पुत्रों विकास और प्रकाश तथा उनकी पत्नियों भारती और मंदाकिनी ने हाल ही में शीतल द्वारा सोशल मीडिया पर लगाए गए कई आरोपों पर स्पष्टीकरण भी जारी किया था.
महारोगी सेवा समिति, वरोरा देश का एक प्रमुख सामाजिक संगठन है जो वंचितों के विकास के लिए दिशा और प्रेरणा देने का कार्य करता है.
इस संस्थान में लाखों सामाजिक कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जाता है अगर आमटे परिवार की बात करें तो इनकी तीन पीढ़ियां इस काम में अपना समय लगा रहे हैं.
हालांकि इस आत्महत्या के पीछे क्या वजह है अभी स्पष्ट नहीं हो सका है. पुलिस ने शीतल के कमरे को लॉक कर दिया है और गहनता से जांच में जुटी हुई है, जांच रिपोर्ट आने के पश्चात ही स्पष्ट हो पाएगा की वास्तविक वजह क्या है?