विगत कई महीनों से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा बनाए गए आवारा पशुओं को गौशालाओं में पहुंचाने की नीति को लेकर लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त है.
दरअसल इस समस्या के संबंध में सोशलिस्ट किसान सभा ने योगी पर निशाना साधते हुए कहा कि- आदित्यनाथ गायों को गुड़ खिलाते हुए अपना विज्ञापन छपवाते हैं, उन्हें गाय से बहुत प्रेम है.
किंतु जब से उनकी सरकार आई है गांव में छुट्टा पशुओं के कारण ग्रामीण बहुत ही अधिक त्रस्त हो गये हैं. यह आवारा पशु फसलों को चर जाते हैं.
सरकार की तरफ से जो भी गौशालाएं खोली गई हैं उन पशुओं को रखने की कोई ठीक व्यवस्था नहीं है. यहां तक कि गायों को गांव से गौशाला तक ले जाने का जो इंतजाम होना चाहिए वह भी सरकार के पास नहीं है.
दिक्कत तब और बढ़ जाती है जब कोई व्यक्ति गायों को गौशाला ले जाना चाहता हो तो उसे हिंदुत्वादीओं के तांडव का सामना करना पड़ता है. ये गौ रक्षक गाय तो नहीं पाते हैं लेकिन गाय के नाम पर लोगों के साथ खूब मारपीट करते हैं.
आपको यहां बताते चलें कि इस समय देश में कृषि बिल को लेकर किसानों का राष्ट्रीय स्तर पर धरना प्रदर्शन चल रहा है. किसानों ने 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के अवसर पर ट्रैक्टर मार्च निकालने का फैसला किया है
तथा किसान रैलियों के द्वारा इन तीनों किसान विरोधी कानून को रद्द करवाने पर आमादा है. इसी आंदोलन को और मजबूत बनाने तथा किसानों को ताकत देने के लिए सोशलिस्ट किसान सभा
के तत्वधान में उत्तर प्रदेश के ग्रामीण खुले घूम रहे पशुओं को लेकर उन्नाव जिले के फतेहपुर 84 विकासखंड से निकलेंगे और 26 जनवरी 2021 को मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के
निवास पर पहुंचकर वहां इन पशुओं को बांध आएंगे ताकि वही इनके खिलाने-पिलाने की व्यवस्था करें.