मिली जानकारी के मुताबिक इस वर्ष नोबेल का शांति पुरस्कार दो प्रमुख पत्रकारों दिमित्री मुराटोव तथा मारिया रेसा को विश्व के सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार से नवाजा जाएगा.
दुनिया में शांति स्थापित करने के लिए प्रेस की स्वतंत्रता अत्यंत महत्वपूर्ण है जिसे फिलीपींस और रूस के इन दोनों पत्रकारों ने दुनिया को स्पष्ट रूप से बताया है.
दलाई लामा ने नोबेल शांति पुरस्कार विजेताओं मारिया रेसा, दिमित्री को बधाई दी#NobelPrize #NobelPeacePrize @DalaiLamahttps://t.co/AaDi29ZG5q
— Himachal Abhi Abhi (@himachal_abhi) October 9, 2021
दुनिया में पत्रकार एक ऐसी कौम है जो सदैव अपनी जान जोखिम में डालकर घटने वाली घटनाओं से लोगों को रूबरू कराते हैं, तथा व्यापक पड़ताल के बाद सरकार पर जनता के पक्ष में कार्य करने के लिए विवश कर देते हैं.
इसके अतिरिक्त मानवीय मूल्यों, सामाजिक-धार्मिक सद्भाव की भावना को बढ़ाने में भी इनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है.
दरअसल मानवता की एकता को स्वीकार करने के लिए पत्रकार ही वह मंच है जो इसके पक्ष में माहौल तैयार करने के तैयारी करते हैं.
पत्रकारों की कार्यों की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने इनके कार्यों को सराहा है.
उन्होंने कहा है कि-“मारिया रेसा और मोराटो ने अपने कार्य में जो साहस दिखाया है मैं उसकी बहुत प्रशंसा करता हूं.”