पिता ने जंजीरों को तोड़ बेटी को सपने बुनने की दी आजादी, बेटी ने जज बन पिता को दिया तोहफा


BY- THE FIRE TEAM


संघर्ष जितना कठिन होगा जीत उतनी शानदार होगी

आजकल के जमाने में बेटियां बेटों से कम नहीं हैं इसका उदाहरण पेश किया है लखनऊ की रहने वाली यशश्वी सिंह ने, यूपीपीएस-जे की परीक्षा में इन्होंने 249 रैंक हासिल कर अपने माता-पिता का समाज मे मान बढ़ाया है।

यशश्वी की प्रारंभिक पढ़ाई लखनऊ के सिटी मोंटेसरी स्कूल में हुई जहां से इन्होंने 10वीं में 87 प्रतिशत अंक प्राप्त किये थे और 12वीं में 89 प्रतिशत अंक प्राप्त किये।

शुरुआत में यशश्वी ने इंजीनिरिंग में एडमिशन लिया लेकिन उनकी कानून पढ़ने की चाहत में उन्होंने इंजीनिरिंग छोड़ दी और फिर लखनऊ के डॉ राम मनोहर लोहिया लॉ विश्विद्यालय में एडमिशन लिया जहां उन्होंने अपना ग्रेजुएशन डिस्टिंक्शन से 5वीं रैंक के साथ पास किया।

यशश्वी के रोल मॉडल उनके नाना स्वर्गीय हीरा लाल यादव और नानी स्वर्गीय राजेश्वरी देवी जी रहीं हैं। यशश्वी कहती हैं कि उनके नाना नानी ने उन्हें बताया कि लोगों की सेवा पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी से करनी चाहिए ताकि सभी एक बेहतर ज़िन्दगी जी सकें।

यशश्वी कहती हैं कि उनकी पढ़ाई के लिए उनके माता-पिता ने काफी कष्ट उठाये हैं। उन्होंने अपना पैतृक घर जो बाराबंकी में है छोड़कर लखनऊ में रहने आये।

यशस्वी ने बताया कि शुरुआती दिनों में घर ढूंढने से लेकर उनकी पढ़ाई लिखाई को लेकर काफी परेशानियों का सामना किया उनके माता पिता ने लेकिन हार नहीं मानी और एक जिम्मेदार अभिभावक की भूमिका अदा की।

यशश्वी सिंह ने बताया कि उनके पिता जी से बहुत से लोगों ने कहा कि बेटी को इतना क्यों पढ़ा रहे हो इसकी कोई जरूरत नहीं आखिर एक दिन उसकी शादी हो जाएगी और वो चली जायेगी, फिलहाल आज यशश्वी ने जज बनकर समाज में ऐसी सोच रखने वालों के मुंह पर एक तमाचा जड़ा है।

यशश्वी के माता-पिता ने उन्हें पूरा सपोर्ट दिया, बचपन में उन्हें सुबह 4 बजे उठाकर उनके पिता जी पढ़ाया करते थे और उनकी माताजी उनसे कहती थी की ज्ञान की सर्वशक्ति है।

उन्होंने बताया कि शुरुआत में उनके पिता जी का कड़ा अनुशासन उन्हें कष्टपूर्ण लगता था लेकिन जल्द ही वे समझ गयी कि कठिन परिश्रम ही सफलता की कुंजी है।

अपनी सफलता के श्रेय वे अपने नाना-नानी, माता-पिता और छोटी बहन ऐश्वर्या को देती हैं जिन्होंने उन्हें हर कदम पर सपोर्ट किया और मानसिक रूप से उन्हें मजबूती भी दी।


द फायर की टीम तरफ से यशस्वी सिंह को हार्दिक शुभकामनाएं। आशा करते हैं आप अपने नाना-नानी की दी हुई सिख को ज़िन्दगी में अपनाएंगी और सभी को न्याय देंगी।


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