भारत के वर्तमान न्यायाधीश एन वी रमन्ना का कार्यकाल समाप्त होने के पश्चात भारत को सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में (जस्टिस यू यू ललित) नया न्यायाधीश मिल चुका है.
इन्हें राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान शपथ दिलाया है. यू यू ललित सुप्रीम कोर्ट के 49वें मुख्य न्यायाधीश बने हैं.
शपथ ग्रहण करने के पश्चात जस्टिस ललित ने कहा कि “मेरा प्रयास रहेगा मामलों को सूचीबद्ध करने में पारदर्शिता रखना तथा ऐसी व्यवस्था बनाना ताकि जरूरी मामलों को संबंधित विभागों के समक्ष स्वतंत्रता पूर्वक उठाया जा सके. इसके अतिरिक्त कम से कम एक ऐसी संविधान पीठ बने जो वर्ष भर काम करती रहे.”
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आपको बता दें कि जस्टिस ललित का परिवार पिछले चार पीढ़ियों से न्यायिक प्रक्रिया से जुड़ा हुआ है. इनके दादा रंगनाथ ललित आजादी से पहले सोलापुर में वकील थे जबकि इनके पिता उमेश रंगनाथ ललित एक पेशेवर वकील रह चुके हैं.
वकालत के क्षेत्र में क्रिमिनल लॉयर के रूप में अपनी पहचान बनाते हुए जस्टिस ललित स्वभाव से मृदुभाषी हैं तथा अपने तर्कों में दमदार पकड़ रखते हैं.
अगर देखा जाए तो वर्तमान में जस्टिस ललित के समक्ष कुछ याचिकाएं चुनौती के रूप में लंबित हैं. जैसे- आर्थिक आधार पर आरक्षण को चुनौती देने वाली याचिका,
नागरिकता कानून के खिलाफ याचिका, 38 महीनों से लंबित अनुच्छेद 370 की याचिका, 5 वर्षों से लंबित इलेक्ट्रॉल बांड के खिलाफ याचिका आदि.