आज की चुनौतियां और भगत सिंह: संजय पराते

(भगत सिंह जयंती पर विशेष आलेख) भगत सिंह को 23 मार्च, 1931 को फांसी दी गई थी और अपनी शहादत के बाद वे हमारे देश के उन बेहतरीन स्वाधीनता संग्राम सेनानियों में शामिल हो गये, जिन्होने देश और अवाम को निःस्वार्थ भाव से अपनी सेवाएं दी. उन्होंने अंग्रेजी साम्राज्यवाद को ललकारा, मात्र 23 साल की … Read more

जाति वयवस्था को लेकर क्या सोचते थे महान क्रान्तिकारी भगत सिंह?

हिंदू धर्म के भीतर जाति और उससे जुड़ी छूत-अछूत की समस्या पर फुले-आंबेडकर की शैली में तीखी टिप्पणी करते हुए भगत सिंह लिखते हैं- “कुत्ता हमारी गोद में बैठ सकता है. हमारी रसोई में नि:संग फिरता है लेकिन एक इंसान का हमसे स्पर्श हो जाए तो बस धर्म भ्रष्ट हो जाता है.” अछूत समस्या पर … Read more

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