भाजपा के विरुद्ध धर्म-निरपेक्षता की राज-नीति से नहीं लड़ा जा सकता: कँवल भारती (भाग-2)

भाजपा ने अपनी राजनीति को नया तेवर या नई धार पिछली सदी के अंतिम दशक में दी, जब उसने 1990 में सामाजिक न्याय की राजनीति के विरोध में राम-मंदिर की राजनीति आरम्भ की. विडम्बना देखिए कि भाजपा के इस राजनीतिक आन्दोलन में आरएसएस ने पिछड़ी जातियों के ही नेताओं और नौजवानों को झोंका जिनके आर्थिक … Read more

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