जैड प्लस सुरक्षा में डैमोक्रेसी (व्यंग्य: राजेन्द्र शर्मा)
किसी ने सच ही कहा है- सब को कोई संतुष्ट नहीं कर सकता है. मोदी जी के विरोधियों को संतुष्ट करना तो और भी मुश्किल बल्कि नामुमकिन ही है. बताइए! पहले रात-दिन इसकी शिकायत करते थे कि मोदी जी प्रेस का सामना क्यों नहीं करते हैं. नौ साल हो गए, मोदी जी ने एक बार … Read more