मात्र कुछ ही वर्ष पहले बोलिविया ने भी निजीकरण की रफ्तार पकड़ी थी….
सब कुछ निजीक्षेत्र को दिया जाने लगा आखिर कार सरकार ने पानी का भी निजीकरण कर दिया, 1999 में एक मल्टीनेशनल कंपनी को पानी के सर्वाधिकार बेच दिए गए. पानी के रेट इतने बढ़ गए कि हाहाकार मच गया, औसतन प्रति मास आधा वेतन पानी के लिए खर्च होने लगा लोग नहरों से पीने का … Read more