लक्ष्मी जी वर दो, बेघर पीएम को घर दो! व्यंग्य: राजेंद्र शर्मा (PART-1)

लक्ष्मी जी बेचैन थीं, साल का अकेला दिन था ऑफीशियली पूजे जाने का. वैसे दूसरे देवी-देवता तो जब देखो, तब इसके ताने मारते थे कि अब तो साल के सारे दिन उन्हीं की पूजा के हैं. पर ऑफीशियली तो एक ही दिन था उनके पुजने-पुजाने का, उस इकलौते दिन भी सुबह से दांयी आंख फडक़ … Read more

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