पिछड़ों का आरक्षण कौन छीन रहा है? आलेख: राजेंद्र शर्मा (PART-2)

बेशक, आरक्षण के बांटे जाने का यह दावा भी कोई कम बेतुका नहीं था। सभी जानते हैं कि जहां तक दलितों तथा आदिवासियों के आरक्षण का सवाल है, उसका आधार संवैधानिक है और उसे बिना संविधान बदले कोई नहीं बदल सकता है और संविधान बदलने के इरादों का आरोप खुद संघ-भाजपा पर है. दूसरी ओर … Read more

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